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दिनेश शर्मा: प्रोफेसर से लेकर यूपी के डिप्टी सीएम तक का सफर, मुस्लिमों में भी हैं लोकप्रिय

बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दो बार लखनऊ के मेयर रहे दिनेश शर्मा ने प्रोफेसर से लेकर डिप्टी सीएम बनने तक का सफर तय किया है।

Updated on: 19 Mar 2017, 10:01 AM

नई दिल्ली:

बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दो बार लखनऊ के मेयर रहे दिनेश शर्मा के लिए डिप्टी सीएम पद बर्थ डे गिफ्ट से कम नहीं है। 19 मार्च 1964 का आज ही के दिन दिनेश शर्मा का जन्म हुआ था और आज ही वो पद और गोपनीयता की शपथ भी लेंगे।

दिनेश शर्मा ने प्रोफेसर से लेकर डिप्टी सीएम बनने तक का सफर तय किया है। लखनऊ यूनिवर्सिटी में कॉमर्स के प्रोफेसर रहे 53 साल के दिनश शर्मा की छवि लखनऊ में काफी अच्छी मानी जाती है।

शायद यही कारण है कि दिनेश शर्मा साल 2006 के बाद 2012 में भी लगातार दूसरी बार लखनऊ के मेयर बने। दिनेश शर्मा के काम की तारीफ लखनऊ में हर तरफ होती है। इतना ही नहीं दिनेश शर्मा को हिन्दु के अलावा वहां के मुस्लिम भी काफी पंसद करते हैं।

दिनेश शर्मा का राजनीति करियर

दिनेश शर्मा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत आरएसएस के राजनीतिक संगठने ABVP से की थी। इसके बाद वो यूपी भारतीय जनता युवा मोर्च के अध्यक्ष भी बने थे। ब्राह्मण परिवार में जन्मे दिनेश शर्मा लखनऊ में मुस्लिमों में भी गहरी पैठ रखने के लिए जाने जाते हैं।

2014 के लोकसभा चुनाव में इन्हें लखनऊ सीट से पार्टी इन्हें उम्मीदवार बनाने वाली थी लेकिन राज सिंह के इस सीट से चुनाव लड़ने की वजह से इन्हें टिकट नहीं मिल पाया था।

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दिनेश शर्मा के आरएसएस बेहद करीबी माना जाते हैं। शर्मा की साफ सुथरी छवि और पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के करीबी होने का भी फायदा मिला। दिनेश शर्मा के कुशल नेतृत्व क्षमता को देखते हुए ही इन्हे गुरजरात का प्रभारी भी बना गया है।

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मेयर होने की वजह से दिनेश शर्मा को प्राशसनिक कामकाज भी लंबा अनुभव हो जो डिप्टी सीएम बनने के बाद उनके काम आएगा।

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