धोनी मंत्र ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराया, जानें कैसे
इस उपलब्धि के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने एक दिलचस्प खुलासा किया.
नई दिल्ली:
जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर (Masood Azhar) को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के फैसले को भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत मानी जा रही है. भारत (India) ने इस फैसले का स्वागत किया है. भारत पिछले कई साल से इसके लिए प्रयासरत था, लेकिन चीन के बार-बार अड़ंगा लगाने से इसमें सफलता नहीं मिल पा रही थी. चीन ने भी मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के प्रस्ताव पर सहमति दे दी, जिससे भारत को यह बड़ी कामयाबी हासिल हुई. इस उपलब्धि के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने एक दिलचस्प खुलासा किया.
सैयद अकबरुद्दीन का कहना है कि आतंकी मसूद अजहर को वैश्विक स्तर पर बैन करवाने में 'धोनी मंत्र' से बड़ी मदद मिली. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, अकबरुद्दीन ने कहा कि मैं धोनी के दृष्टिकोण में विश्वास करता हूं. मैंने धोनी की 'कभी हार न मानने वाली' सोच का अनुसरण किया. धोनी का दृष्टिकोण है कि किसी लक्ष्य को पूरा करने की कोशिश के दौरान आप जितना सोचते हैं उससे कहीं ज्यादा आपके पास समय होता है. इसलिए कभी मत कहिए कि समय खत्म हो गया, कभी भी हार मत मानिए.'
इससे पहले यूएनएससी (UNSC) की प्रतिबंध समिति 1267 ने चीन द्वारा 'तकनीकी रोक' हटाने के बाद मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित किया था. इसके लिए चीन (China) पर सुरक्षा परिषद (Security Council) के अन्य स्थायी सदस्य जैसे अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की तरफ से जबरदस्त दबाव था.
सैयद अकबरुद्दीन ने ट्वीट किया, 'छोटे, बड़े सभी एक साथ आ गए, मसूद अजहर संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंधित सूची में एक आतंकवादी के रूप में घोषित. सभी के समर्थन के लिए हम आभारी हैं.' इस प्रतिबंध का मतलब है कि अजहर की संपत्तियों को संयुक्त राष्ट्र के देशों द्वारा जब्त किया जाएगा और इन देशों में उसकी यात्रा पर पाबंदी होगी.
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