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जानिये गुरमीत राम रहीम केस में फैसला सुनाने वाले जस्टिस जगदीप सिंह से जुड़ी मुख्य बातें

सीबीआई अदालत के विशेष न्यायाधीश जगदीप सिंह ने विवादास्पद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को 2002 में अपनी दो शिष्याओं के साथ दुष्कर्म के आरोपों का दोषी करार दिया।

Updated on: 17 Jan 2019, 12:03 PM

नई दिल्ली:

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पंचकूला की सीबीआई अदालत की ओर से शुक्रवार को बलात्कार मामले में दोषी करार दिया। सीबीआई अदालत के विशेष न्यायाधीश जगदीप सिंह ने विवादास्पद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को 2002 में अपनी दो शिष्याओं के साथ दुष्कर्म के आरोपों का दोषी करार दिया। राम रहीम को सोमवार को सजा सुनाई जाएगी।

अदालत की 15 सालों की लड़ाई में अभूतपूर्व फैसला सुनाने वाले जज जगदीप सिंह के बारे में जानें कुछ बातें -

  • जगदीप सिंह हरियाणा के रहने वाले हैं। जगदीप सिंह ने साल 2000 में पंजाब यूनिवर्सिटी से वकालत की डिग्री ली।
  • जज जगदीप सिंह ने साल 2012 में हरियाणा ज्यूडिशियल सर्विस ज्वॉइन की। उनकी पहली पोस्टिंग सोनीपत में रही और सीबीआई कोर्ट में उनकी दूसरी पोस्टिंग है।
  • ज्यूडिशियल सर्विस में आने से पहले जगदीप सिंह पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के वकील थे। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश रह चुके जगदीप सिंह पिछले साल ही सीबीआई कोर्ट के जज नियुक्त किए गए।
  • सीबीआई कोर्ट में जज नियुक्त होना आसान नहीं होता, लेकिन ये जगदीप सिंह की काबिलियत है कि हाईकोर्ट प्रशासन ने एक ही पोस्टिंग के बाद उन्हें सीबीआई कोर्ट की जिम्मेदारी सौंप दी।
  • जगदीप सिंह साल 2000 और 2012 में कई सिविल और क्रिमिनल केस लड़ चुके हैं।
  • जगदीप सिंह सितंबर 2016 में पहली बार सुर्खियों में तब आए, जब उन्होंने हादसे में घायल हुए चार लोगों की जिंदगी बचाई।
  • जगदीप सिंह हिसार से पंचकूला आ रहे थे। रास्ते में एक एक्सीडेंट हो गया था जिसमें चार लोग घायल हो गए थे। जगदीप सिंह ने तुरंत अपनी गाड़ी रुकवाई और घायलों को गाड़ी से बाहर निकाला।
  • उन्होंने एंबुलेंस को कॉल की, काफी देर बाद जब एंबुलेंस घटना स्थल पर नहीं पहुंची तो ऑपरेटर ने उन्हें बताया कि क्या 'एंबुलेंस उड़कर आएगी'? तब उन्होंने किसी निजी वाहन को रुकवाकर घायल लोगों को हॉस्पिटल ले गए।