नोटबंदी के बाद जनधन खातों में हुई पैसों की बरसात, जमा हुए 64,250 करोड़ रुपये
नोटबंदी के बाद लोगों के जन धन खातों में पैसों के जमा होने की रफ्तार अचानक बेहद तेजी आ गई है
highlights
- नोटबंदी के बाद जन धन अकाउंट में पैसों की बरसात
- 8 नवंबर के बाद जमा हुए 64252.15 करोड़ रु
- सबसे ज्यादा यूपी, प. बंगाल, राजस्थान और बिहार में जमा हुए पैसे
नई दिल्ली:
नोटबंदी के बाद लोगों के जन धन खातों में पैसों के जमा होने की रफ्तार में अचानक बेहद तेजी आ गई है। 8 नवंबर को 500 और 1000 रु के पुराने नोटों के बंद होने के ऐलान के बाद अब तक जनधन खातों में कुल 64252.15 करोड़ रु जमा हो चुके हैं।
उत्तर प्रदेश में जन धन खातों में सबसे ज्यादा 10,670.62 करोड़ रुपये जमा हुए हैं जबकि दूसरे नंबर पर बंगाल और तीसरे नंबर पर राजस्थान है जहां सबसे ज्यादा पैसे इन खातों में जमा हुए हैं।
वित्त राज्य मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने एक सवाल के जवाब में लोकसभा में बताया कि 16 नवंबर तक देश के करीब 25 करोड़ 58 लाख जन धन खातों में 64 हजार 252 करोड़ रुपये जमा हुए हैं। हर गरीब को बैंक से जोड़ने की मुहिम के तहत प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत देश भर में जीरो बैलेंस पर खाते खोले गए थे।
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सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में करीब 3 करोड़ 79 लाख जन धन खाते में कुल 10 हजार 670 करोड़ रुपये जमा हुए है जबकि पश्चिम बंगाल में 2 करोड़ 44 लाख खाते में 7 हजार 826 करोड़ रु जमा हुए हैं। वहीं तीसरे नंबर पर राजस्थान है जहां 1 करोड़ 89 लाख जन धन खाते में 5 हजार 345 करोड़ रु जन धन खाते में जमा हुए हैं। बिहार में करीब 2 करोड़ 62 लाख जन धन खाते में 4 हजार 912 करोड़ रुपये जमा हुए हैं।
सरकार ने कहा है कि बैंक इन सभी खातों को आधार नंबर से जोड़ने की तैयारी कर रही है ताकि हर खाते की पूरी जानकारी रखी जा सके। वित्त राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने संसद में दिए अपने बयान में कहा कि 11 नवंबर तक बाजार में 17.87 लाख करोड़ मूल्य के नोट चल रहे थे जबकि आरबीआई ने इस साल 2,119.5 करोड़ नए नोट छापे हैं जिसका मूल्य पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 2365 करोड़ रु है।
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