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1984 सिख विरोधी दंगा: मार्च के दौरान हिरासत में लिए गए सुखबीर और हरसिमरत बादल

1984 के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की ओर से आयोजित विरोध मार्च में हिस्सा ले रही केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को पुलिस ने हिरासत में लिया है.

Updated on: 03 Nov 2018, 07:43 PM

नई दिल्ली:

1984 के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की ओर से आयोजित विरोध मार्च में हिस्सा ले रही केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को पुलिस ने हिरासत में लिया है. बादल परिवार के नेतृत्व में यह मार्च गुरूद्वारा रकाबगंज से शुरू होकर संसद मार्ग थाने पर खत्म हुआ. हिरासत में लिए जाने से पहले हरसिमरत कौर बादल ने संवाददाताओं से कहा, 'हमारा समुदाय पिछले 34 साल से न्याय मांग रहा है. हजारों सिखों की हत्या कर दी गई, कई महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया और कई लोगों ने अपने घर खो दिए. ऐसी नृशंसता भारत के इतिहास पर कलंक है. किसी को न्याय नहीं मिला. न्यायपालिका स्वत: संज्ञान क्यों नहीं ले रही है?'

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अकाली दल 1984 में हुए सिख विरोधी दंगे के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग कर रहा था. उस वक्त पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या के बाद राष्ट्रीय राजधानी और देश के अन्य हिस्सों में बड़ी संख्या में सिखों की हत्या हुई थी.