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दिल्ली में प्रदूषण से बदतर हुए हालात, ऑड ईवन होगा शुरू, स्कूल कॉलेज बंद, कंस्ट्रक्शन पर रोक

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में लगातार दूसरे दिन धुंध (स्मॉग) की चादर से लिपटी रही। आम लोगों को असामान्य खांसी, घरघराहट, सांस लेने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ा।

Updated on: 08 Nov 2017, 09:32 PM

highlights

  • दिल्ली में बढ़ा प्रदूषण का स्तर, केजरीवाल-बैजल के बीच हुई बैठक
  • दिल्ली में स्कूल कॉलेज बंद, सिविल कंस्ट्रक्शन पर रोक, ऑड इवन स्कीम होगी शुरू

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में लगातार दूसरे दिन धुंध (स्मॉग) की चादर से लिपटी रही। आम लोगों को असामान्य खांसी, घरघराहट, सांस लेने में कठिनाईयों जैसी दिक्कतें होने के बाद केंद्र और दिल्ली सरकार हरकत में आ गई है।

स्मॉग की वजह से दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में बदतर हो रही स्थिति के बाद बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री और उप राज्यपाल नजीब जंग के बीच घंटों चली बैठक में 'गंभीर' रूप धारण कर चुके प्रदूषण से निपटने के तौर-तरीकों पर विचार करते हुए कई अहम फैसले लिए गए।

स्कूल कॉलेज बंद

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी के स्कूलों और कॉलेजों को रविवार तक बंद रखने की घोषणा की।

दिल्ली में पांचवीं तक बुधवार को स्कूल बंद रहे। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश और पंजाब में भी स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है।

ऑड ईवन स्कीम

दिल्ली-एनसीआर की बिगड़ चुकी फ़िज़ा के बाद केजरीवाल सरकार अब फिर से ऑड ईवन स्कीम शुरू करेगी।

उप-राज्यपाल अनिल बैजल के साथ बैठक में इस पर फैसला लिया गया और स्कीम से जुड़े विभागों को सूचना दे दी गई है। सरकार का मानना है कि ऑड ईवन स्कीम से सड़कों पर वाहनों की संख्या में कटौती होगी।

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दिल्ली की जहरीली हवा को रोकने के लिए योजना पहली बार 1 जनवरी, 2016 को शुरू की गई थी। दूसरा चरण 15 अप्रैल को उसी वर्ष शुरू हुआ था। इसका उल्लंघन करने वालों पर तत्काल 2,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था।

बैठक में हुए अहम फैसले

1. दिल्ली में पानी का स्प्रे किया जाएगा ताकि बालू-धूल न उड़ सके। लोगों से भी अपील की गई है कि वो अपने घरों दुकानों के बाहर पानी का छिड़काव करें ताकि मिट्टी के कण न उड़ सके।

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2. किसी भी तरह के सिविल कंस्ट्रक्शन पर रोक लगा दी गई है। लोगों को सलाह दी गई है कि कहीं बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन होता दिखाई दे तो संबंधित थाने में SHO को सूचना दें ताकि बिल्डिंग निर्माता के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

3. खुले में किसी भी प्रकार का कूड़ा जलाने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाए। फैक्ट्रियां अगर मानकों के हिसाब से धुआं नहीं छोड़ रही है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

4. दिल्ली में लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें और इसके लिए मेट्रो व बसों के फेरे बढ़ाये जाने का फैसला लिया गया है।

केजरीवाल बोले, गैस चैंबर बन गई है दिल्ली

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा, 'दिल्ली एक गैस चैंबर बन गई है। हर साल इस अवधि के दौरान यह स्थिति होती है। हमें आसपास के राज्यों में पयाली जलाने का हल ढूंढ़ना होगा।'

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केजरीवाल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा कि सरकारें फसलों के अवशेष जलाने के अलावा कोई आर्थिक सुझाव मुहैया कराने में नाकाम रही हैं। जिसके कारण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की आबोहवा बिगड़ती जा रही है।

केजरीवाल ने मामले को सुलझाने की जरूरत पर जोर दिया और जल्द ही भविष्य में चर्चा के लिए एक बैठक का अनुरोध किया।

इन दिनों दिल्ली में खराब होती वायु गुणवत्ता को देखते हुए प्रदूषण का स्तर मापने के लिए 18 से 21 केंद्र सक्रिय हैं। दिल्ली में खतरनाक पीएम2.5 कण (2.5 मिमी से कम व्यास वाले वायुमंडलीय कणिक पदार्थ) 475 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर मापा गया हैं। जो वैश्विक तौर पर स्वीकार्य सीमा से 19 गुना अधिक है।

इस गंभीर स्तर को देखते हुए पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने लोगों से बाहरी गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी है।

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