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CBSE पेपर लीक मामला: सिसोदिया का जावड़ेकर को खत, दलगत राजनीति से बचें, बुलाएं राज्य शिक्षामंत्रियों की बैठक

उन्होंने अपील की कि जावड़ेकर पेपर लीक मामले पर चर्चा करने के लिए सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों की एक बैठक बुलाए ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो।

Updated on: 30 Mar 2018, 06:53 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सीबीएसई पेपर लीक मामले पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने अपील की कि जावड़ेकर पेपर लीक मामले पर चर्चा करने के लिए सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों की एक बैठक बुलाए ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो।

जावडेकर को लिखे खत में सिसोदिया ने कहा कि ऐसे मामलों पर हमे पार्टी की राजनीति से आगे बढ़ कर आपस में सोचने की जरूरत है।

उन्होंने लिखा, 'जब भी परीक्षा पत्र लीक हो जाता है चाहे वह सीबीएसई, एसएसबी या डीएसएसएसबी को तो नकारात्मक परिणाम देश के लिए होते हैं न कि केवल किसी एक सरकार या एक पार्टी के लिए।'

उन्होंने कहा, ' ऐसी घटना केवल 26 लाख छात्रों के भविष्य को प्रभावित नहीं करता, बल्कि सीबीएसई मूल्यांकन प्रणाली की पवित्रता पर एक प्रश्न चिह्न लगाता है, एक ऐसी प्रणाली जिस पर छात्रों का, उनके माता-पिता का स्कूल का और पूरे देश का विश्वास टिका है।'

आपको बता दें सीबीएसई ने दसवीं कक्षा के गणित और 12 वीं के अर्थशास्त्र के पेपर लीक होने के बाद इन दोनों परीक्षाओं को दोबारा कराने की घोषणा की है और साथ ही पूलिस मामले की जांच कर रही है।

पुलिस जांच में नए खुलासे सामने आ रहे हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अब 10 व्हाट्सएप ग्रुप की पहचान की है जिसके जरिये पेपर लीक को अंजाम दिया गया था।

बताया जा रहा है कि बारहवीं कक्षा के अर्थशास्त्र का पेपर व्हाट्सएप के जरिये ही लीक किया गया था। पेपर को कम से कम 10 व्हाट्सएप ग्रुप में भेजा गया था।

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क्राइम ब्रांच ने कहा है कि इन सभी ग्रुप में करीब 50 से 60 सदस्य हैं। मामले की जांच और पूछताछ जारी है।

दिल्ली में छात्रों के विरोध को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के आवास के बाहर धारा-144 लागू कर दी गई है। सीबीएसई ऑफिस और जंतर मंतर के पास छात्र शुक्रवार को प्रदर्शन कर रहे हैं।

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