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AAP के 20 विधायकों की अयोग्यता को लेकर बीजेपी ने शुरू किया चुनावी मंथन

आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को चुनाव आयोग के अयोग्य घोषित किए जाने की सिफारिश के बाद उपचुनाव की संभावना को देखते हुए राजनीतक हलचल तेज हो गई है।

Updated on: 20 Jan 2018, 05:21 PM

highlights

  • दिल्ली में उपचुनाव की संभावनाओं पर बीजेपी ने किया बैठक
  • AAP के 20 विधायकों की अयोग्यता की सिफारिश पर उपचुनाव की संभावना

नई दिल्ली:

आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को चुनाव आयोग के अयोग्य घोषित किए जाने की सिफारिश के बाद उपचुनाव की संभावना को देखते हुए राजनीतक हलचल तेज हो गई है। चुनाव आयोग के फैसले के बाद बीजेपी ने संभावित उपचुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है।

सूत्रों के मुताबिक संभावित चुनाव को देखते हुए बीजेपी के पार्टी के कोर कमेटी के सदस्यों ने बीती रात बैठक की थी। मीटिंग में शामिल हुए बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली के राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई।

साल 2015 में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को शानदार जीत मिली थी और 70 में से 67 विधानसभा सीटों पर कब्जा जमाया था। बीते दिनों 2 सीटों पर हुए उपचुनाव में सत्ताधारी पार्टी AAP और बीजेपी को 1-1 सीटें मिली थी।

बीजेपी के एक नेता ने कहा, '20 विधायकों को अयोग्य ठहराने की सिफारिश के बाद बीजेपी को लग रहा है कि इन सीटों पर होने वाले उपचुनाव में जीत हासिल कर विधानसभा में पार्टी की स्थिति को मजबूत किया जा सकता है।'

गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने लाभ के पद पर रहने के मामले में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है।

सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग ने अपनी सिफारिश में कहा है कि आम आदमी पार्टी के 20 विधायक 13 मार्च 2015 से 8 सितंबर 2016 तक अपने पास लाभ का पद रखा था।

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खास बात यह है कि चुनाव आोयग की सिफारिश के बाद उपचुनाव की हलचल तेज होते ही राजनीतिक पार्टियां हरकत में आई गई। चुनावी संभावनाओं को देखते हुए कांग्रेस पहले ही पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई थी।

वहीं आम आदमी पार्टी ने कहा है कि जिन विधायकों ने संसदीय सचिव रखा था उन्हें कभी भी लाभ का पद नहीं दिया गया था।

डिप्टी सीएम सिसोदिया ने इसे बीजेपी और कांग्रेस की साजिश बताया है। सिसोदिया ने चुनाव आयोग के फैसले को गलत और अलोकतांत्रिक कहा है।

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