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गोरखालैंड की मांग पर समझौता नहीं करेगी गोरखा जनमुक्ति मोर्चा, ममता अपने रुख पर अड़ीं

गोरखालैंड की मांग को लेकर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के अध्यक्ष ने कहा कि अलग राज्य की मांग के साथ कोई समझौता नहीं होगा।

Updated on: 17 Aug 2017, 08:03 AM

नई दिल्ली:

गोरखालैंड की मांग को लेकर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के अध्यक्ष विमल गुरुंग ने कहा कि अलग राज्य की मांग के साथ कोई समझौता नहीं होगा। गुरुंग ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने भाषण में इस मांग को दोहराया।

उन्होंने कहा, 'मैं पहाड़ की जनता से वादा करता हूं कि हम अपनी सामूहिक महत्वाकांक्षाओं से कभी समझौता नहीं करेंगे। इसलिए आप हौसला बनाए रखें।'

इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मुद्दे को लेकर रविवार को गोरखा नेताओं के साथ बैठक की थी। हालांकि ममता बनर्जी अपने रुख पर अभी भी कायम हैं। वहीं जीजेएम के कार्यकर्ताओं ने अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी है।

जीजेएम अभी भी अलग राज्य की मांग को लेकर अड़ी हुई है। दार्जिलिंग में बंद के 62 दिन हो गए हैं। ममता सरकार हड़ताल खत्म होने तक बातचीत नहीं करने के अपने रुख पर अड़ी हुई है।

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जीजेएम को झटका तब लगा जब गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गोरखा नेताओं से हड़ताल खत्म करने और राज्य सरकार से बात करने की अपील की। इससे पहले ममता कई मौकों पर कह चुकी हैं कि वह राज्य का बंटवारा नहीं होने देंगी।

मोर्चा की सेंट्रल कमिटी के मेंबर और नैशनल प्रवक्ता स्वराज थापा ने कहा कि गृह मंत्री की शांति बनाए रखने की अपील का सम्मान करते हुए भूख हड़ताल वापस ले ली गई है।

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