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गुजरात में ओखी तूफान इफेक्ट, कई रैलियां रद्द, चुनाव आयोग चिंतित

चक्रवात ओखी के तमिलनाडु और केरल में तबाही मचाने के बाद गुजरात में इसके कहर ढाने की आशंका है। इसको लेकर चुनाव आयोग भी चिंतित है।

Updated on: 05 Dec 2017, 09:57 PM

highlights

  • तमिलनाडु और केरल के बाद ओखी चक्रवात के गुजरात पहुंचने की आशंका
  • राहुल और मोदी ने चुनावी रैली रद्द की, चुनाव आयोग भी चिंतित

नई दिल्ली:

चक्रवात ओखी के तमिलनाडु और केरल में तबाही मचाने के बाद गुजरात में इसके कहर ढाने की आशंका है। इसको लेकर चुनाव आयोग भी चिंतित है। चुनाव आयोग ने अपने राज्य ईकाई से 9 दिसंबर को होने वाले मतदान क्षेत्रों में वोटरों के बूथ तक पहुंचने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का आदेश दिया।

राज्य की विजय रुपाणी सरकार ने ओखी से उपजने वाली बुरी स्थिति को लेकर कहा है कि सरकार इससे निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। गौरतलब है कि ओखी तूफान की आशंका को देखते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी कई रैलियों को रद्द कर चुके हैं।

ओखी तूफान के मंगलवार की आधी रात को सूरत के नजदीक दस्तक देने की आशंका है। एहतियातन प्रसाशनिक अधिकारियों ने इलाके में बुधवार तक के लिए स्कूलों को बंद कर दिया है। तटरक्षकों ने सोमवार शाम समुद्र में मछली पकड़ने के लिए निकलीं गई 13,000 नौकाओं को वापस बुला लिया है।

राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव पंकज कुमार ने कहा, 'हम उन्हें तटरक्षक की मदद से वापस लाने की उम्मीद करते हैं।'

उन्होंने कहा, 'राज्य किसी तरह के बदतर हालात से निपटने के लिए तैयार है। अभी चक्रवात ओखी सूरत से 390 किमी दूर है और इसके मध्यरात्रि के करीब शहर में दस्तक देने का अनुमान है।'

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अधिकारी ने कहा कि हवा की रफ्तार 60 से 70 किमी प्रति घंटा रहने की उम्मीद है या इसके तटवर्ती इलाकों सूरत और वलसाड में 80 किमी प्रति घंटे से ज्यादा होने की उम्मीद है।

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की पांच टीमें और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की एक टीम को सूरत और दूसरे तटवर्ती इलाकों में तैनात किया गया है।

अधिकारियों ने 510 निर्माण स्थलों पर कार्यो को रोक दिया है। अधिकारियों ने छोटे टॉवरों को निर्बाध सेल्युलर सेवाओं के लिए खड़ा करने की तैयारी की है।

ओखी के राज्य में दस्तक देने के दौरान समुद्री लहरों के दो मीटर से ज्यादा ऊपर जाने की उम्मीद है।

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