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चक्रवाती तूफान फानी का पश्चिम बंगाल में कहर, 22 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया

रिपोर्ट के मुताबिक करीब 7 हजार लोग आश्रयगृहों में शरण लिया है, 56 बचाव आश्रयगृह खोले गए हैं

Updated on: 03 May 2019, 10:07 PM

कोलकाता:

भयावह चक्रवाती तूफान फानी की वजह से पश्चिम बंगाल में तेज बारिश व हवाएं चल रही हैं. इससे पूर्वी मिदनापुर जिले में 50 घर तबाह हुए हैं. चक्रवात फानी वर्तमान में कोलकाता के दक्षिण-पश्चिम में 370 किमी की दूरी पर ओडिशा में है. एक अधिकारी ने कहा कि तूफान पश्चिम बंगाल में 90 से 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से मध्यरात्रि से शनिवार सुबह तक दस्तक देने की संभावना है. फानी की हवाओं के झोंके के 115 किमी प्रतिघंटा तक पहुंचने की आशंका है. पूर्वी मिदनापुर के जिलाधिकारी पार्थ घोष ने बताया कि तेज बारिश व हवाओं से आंशिक रूप से करीब 50 घर तबाह हुए हैं. प्रभावित इलाकों में रामनगर ब्लॉक एक व दो, कोनटाई ब्लॉक, इगरा व नंदाकुमार शामिल हैं."

उन्होंने कहा कि करीब 22,000 लोगों को उनके घरों से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हटाया गया है. इसमें से ज्यादा अपने संबंधियों के घर गए हैं. उन्होंने कहा, "करीब 7,000 लोग आश्रयगृहों में शरण लिया है. हमने 56 बचाव आश्रयगृह खोलें हैं. घोष के अनुसार, अब तक किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. पश्चिम मिदनापुर के जिलाधिकारी पी.मोहन गांधी ने उल्लेख किया कि वे हालात का आकलन कर रहे हैं और आंशिक नुकसान होने की सूचना है.

क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उप महानिदेशक संजीव बंद्योपाध्याय ने संवाददाताओं से कहा कि तूफान ओडिशा तट के पास पुरी को पार कर चुका है. यह पश्चिम बंगाल में भयावह तूफान के रूप में दस्तक देगा और पड़ोसी ओडिशा से लगे निकटवर्ती जिलों में शुक्रवार शाम से आंधी शुरू हो जाएगी. अधिकारी ने कहा कि भयावह चक्रवात फानी ओडिशा तट को पुरी के पास पार कर गया. उन्होंने कहा, "यह वर्तमान में ढेंकनाल में स्थित है, यह कटक के उत्तर में व कोलकाता से 340 किमी दक्षिण-पश्चिम है और पूर्वी मिदनापुर जिले से दक्षिण-पश्चिम में 200 किमी दूर है. यह उत्तर-उत्तरपूर्व दिशा में बढ़तर राज्य में दस्तक देगा, लेकिन यह अगले 9 घंटे में कमजोर होगा."

उन्होंने कहा कि तूफान पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्रों में भयावह चक्रवाती तूफान के रूप में उभरेगा, जिसकी रफ्तार 90 से 100 किमी प्रतिघंटे होगी. तूफान देर मध्यरात्रि से शनिवार सुबह तक अपने अधिकतम वेग पर पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि तूफान रविवार शाम या दोपहर बाद तक कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा और बांग्लादेश की तरफ बढ़ जाएगा, जिसके हवा की रफ्तार 60 से 70 किमी प्रतिघंटा होगी.

चक्रवाती तूफान फानी के पड़ोसी ओडिशा में पहुंचने के साथ ही कोलकाता व पश्चिम बंगाल के गंगातटीय क्षेत्रों में शुक्रवार को भारी बारिश हुई. अत्यंत भयावह चक्रवाती तूफान सुबह 10 बजे के बाद पहुंचा. यह कोलकाता से दक्षिण-पश्चिम में 400 किमी से ज्यादा दूर स्थित था और पूर्वी मिदनापुर जिले से 350 किमी दक्षिण-पश्चिम में था. नागरिक उड्डयन महानिदेशक ने सभी एयरलाइनों को नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से शुक्रवार अपरान्ह तीन बजे व शनिवार सुबह आठ बजे के बीच अपने उड़ान संचालन को रोकने के लिए संशोधित परामर्श जारी किया है.

मौसम अनुमानकर्ता जे.के. मुखोपाध्याय ने कहा, "बाहरी घेरे के बादल पहले ही पश्चिम बंगाल और कोलकाता के तटीय क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं, जिससे बारिश हो रही है. बारिश की तीव्रता धीरे-धीरे बढ़ेगी. चक्रवात के बंगाल के करीब आने के साथ ही इसकी गति 80-100 किमी प्रति घंटा हो जाएगी. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की छह टीमों को झारग्राम जिले के संकरील, पश्चिम मेदिनीपुर के नारायगढ़ ब्लॉक, पूर्व मेदिनीपुर जिले के रामनगर, दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप में व उत्तर 24 परगना के धमाखली व हसनाबाद में तैनात किया गया है.

तूफान के मद्देनजर उड़ानें रद्द करना, ट्रेनों को रद्द करना व जल परिवहन सेवाओं को रद्द करना जैसे सभी एहतियाती उपाय उठाए गए हैं. राज्य सरकार व कोलकाता नगर निगम ने निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित करने का फैसला किया है. मदद के लिए एक टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1070 साझा की गई है.