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तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान 'गज' से 45 लोगों की मौत, 2.5 लाख लोग राहत शिविरों में

तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान 'गज' से मरने वाले लोगों की संख्या 45 हो गई है. सीएम पलानीसामी ने सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील की कि वे राहत कार्यों से जुड़कर लोगों की मदद करें.

Updated on: 18 Nov 2018, 05:08 PM

चेन्नई:

तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान 'गज' से मरने वाले लोगों की संख्या 45 हो गई है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीसामी ने रविवार को सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील की कि वे राहत कार्यों से जुड़कर लोगों की मदद करें. उन्होंने कहा कि राहत अभियान चक्रवात से प्रभावित जिलों में युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है और राज्य के मंत्रियों को निरीक्षण के लिए नागपट्टिनम, तंजावुर, तिरुवरुर, कुड्डालोर और पुदुक्कोट्टई में तैनात किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि चक्रवात से बुरी तरह प्रभावित इलाकों के बारे में राज्य सरकार जानाकारियां जुटा रही है.

उन्होंने कहा, 'गांवों में कई पेड़ और फसल बर्बाद हुए हैं जिससे किसान बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. नुकसान का आकलन किया जा रहा है. चक्रवात से अब तक 45 लोगों की जानें गई हैं.' राज्य के तटीय इलाकों में 88,102 हेक्टेयर की कृषि भूमि प्रभावित हुई है.

तमिलनाडु सरकार ने चक्रवात से मरने वालों के परिजनों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है. जो गंभीर रूप से घायल हुए हैं उन्हें 1 लाख रुपये और सामान्य रूप से घायल लोगों को 25,000 रुपये की सहायता की जाएगी.

चक्रवाती तूफान ने नागपट्टिनम, तंजावुर, तिरुवरुर, कुड्डालोर, पुदुक्कोट्टई और रामनाथपुरम जिले में भारी तबाही मचाई है, यहां मकानों, झोपड़ियों और फसलों को भारी नुकसान हुआ है. पलानीस्वामी ने कहा कि चक्रवात के कारण अब तक करीब 735 जानवरों की भी मौत हुई है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि तेज चक्रवाती हवाओं के कारण करीब 1,70,000 पेड़ उखड़ गए हैं, इन हवाओं की अधिकतम गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा थी. उन्होंने कहा कि आपदा से प्रभावित लोगों को पानी, दूध और खाना बांटा जा रहा है.

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चक्रवाती तूफान प्रभावित इलाकों में करीब 2.50 लाख लोग 483 राहत शिविरों में रह रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि करीब 40 हजार बिजली के खंभे टूट चुके हैं और 105 ऊर्जा उपस्टेशन प्रभावित हुए हैं. करीब 10 हजार कर्मियों को इनकी मरम्मत के लिए चक्रवाती तूफान प्रभावित तटीय जिलों में भेजा जा चुका है.