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आतंकी कश्मीर में शांति भंग करने के लिए भड़का सकते हैं हिंसा: सीआरपीएफ

बता दें कि सोमवार को दिनेश शर्मा केंद्र सरकार के नेतृत्व में शांति बहाल करने के लिए पांच दिवसीय कश्मीर यात्रा पर पहुंचे हैं।

Updated on: 06 Nov 2017, 11:49 PM

नई दिल्ली:

सीआरपीएफ को ख़ुफ़िया जानकारी मिली है कि कश्मीर में आने वाले समय में आतंकियों द्वारा शांति भंग करने की कोशिश में हिंसा को भड़काया जा सकता है।

बता दें कि सोमवार को दिनेश शर्मा केंद्र सरकार के नेतृत्व में शांति बहाल करने के लिए पांच दिवसीय कश्मीर यात्रा पर पहुंचे हैं।

रविदीप सिंह साही इंसपेक्टर जनरल, सीआरपीएफ ने मीडिया को बताया, 'ख़ुफ़िया जानकारी है कि आतंकियों द्वारा ग्रेनेड हमला या हिट या रन अटैक किया जा सकता है। ऐसी सूचना है कि आतंकियों द्वारा हिंसा भड़काने की कोशिश की जाएगी।'

उन्होंने कहा, 'आंतकी हिंसा करने की कोशिश कर सकते हैं। क्योंकि जब भी घाटी में इस तरह (बातचीत) की पहल होती है, जिससे घाटी में शांति बहाल हो शत्रु रुकावट पैदा करने की कोशिश करते हैं।'

साही ने कहा कि हालांकि कश्मीर घाटी में फिलहाल शांति है। इसके बावजूद सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट रहने को कहा गया है।

उन्होंने कहा, 'हम आतंकी गतिविधियों पर आगे भी नज़र बनाए रखेंगे। हम लोग सतर्क हैं और फ़िलहाल मामला कंट्रोल में है।'

कश्मीर घाटी में अप्रैल के बाद पत्थरबाजी की घटनाएं कम हुईं: CRPF

इंसपेक्टर जनरल सीआरपीएफ ने बताया कि हालांकि घाटी में आतंकियों का कोई स्थायी ठिकाना नहीं है लेकिन शहर में उनकी मौज़ूदगी रहती है।

उन्होंने कहा, 'जो जानकारी हमें मिली है उसके मुताबिक़ आतंकी शहर में कुछ समय के लिए आते हैं लेकिन उनका कोई स्थायी ठिकाना नहीं है। हां हमें शहर के बाहरी इलाक़ों से समय-समय पर आंतकियों के होने की ख़बर मिलती रहती है। जिस आधार पर हमने कई ऑपरेशंस को आंजाम दिया है और कई कमांडर्स को ख़त्म भी किया है।'

साही ने कहा कि इस साल घाटी में पत्थरबाज़ी की घटनाओं में कमी देखी गई है।

विदीप साही ने कहा, '2017 में खासकर अप्रैल महीने के बाद पत्थरबाजी की घटनाएं घटी हैं। यह घटनाएं इसलिए कम हुई, क्योंकि पत्थरबाजी से किसी भी तरह का सकारात्मक परिणाम नहीं आ पाया और लोगों ने इसे महसूस करना शुरू किया।'

रविदीप साही ने कहा कि एनकाउंटर वाले जगहों पर पत्थरबाजी की घटनाएं चिंता का विषय हैं।

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इस बीच जम्मू-कश्मीर में विभिन्न दलों और गुटों से बातचीत के लिए केन्द्र द्वारा विशेष वार्ताकार नियुक्त किए गए दिनेश्वर शर्मा सोमवार को पांच दिवसीय दौरे पर कश्मीर पहुंच चुके हैं।

बता दें कि शर्मा के कश्मीर घाटी में तीन दिनों तक ठहरने की संभावना है और वह दो दिन जम्मू क्षेत्र का दौरा करेंगे, जहां वे राज्य के सभी पक्षों से अलग-अलग समूहों में या फिर व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात करेंगे।

सोमवार को जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल कुमार सिंह ने कहा कि दिनेश्वर शर्मा काफी अनुभवी व्यक्ति हैं और वह बातचीत पर सकारात्मक नतीजों की आशा करते हैं।

हालांकि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्लाह ने रविवार को कहा था कि उन्हें वार्ताकार की नियुक्ति कर वार्ता प्रक्रिया शुरू करने के प्रयास से अधिक उम्मीदें नहीं हैं।

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