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दिल्ली में दूसरे नंबर पर आने से कांग्रेस की बढ़ी उम्मीद, विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की तलाश शुरू

लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार से सबक लेते हुए कांग्रेस पार्टी ने जिला अध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों को हर विधानसभा से 3-3 नाम उम्मीदवारों के पेश करने के आदेश दिए हैं.

Updated on: 12 Jun 2019, 01:18 PM

highlights

  • लोकसभा चुनाव में दिल्ली की 7 सीटों में 6 सीटों पर कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही है
  • जिला और ब्लॉक अध्यक्षों को हर विधानसभा से 3-3 नाम उम्मीदवारों के पेश करने के आदेश 
  • 2019 में आम चुनाव में दिल्ली में कांग्रेस का वोट शेयर बढ़कर 22.51 फीसदी हो गया है

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव में दिल्ली की 7 सीटों में 6 सीटों पर कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही है, जबकि तीसरे नंबर पर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी रही है. ऐसे में कांग्रेस को उम्मीद जगी है कि वो आगामी विधानसभा चुनाव में वापसी कर सकती है. कांग्रेस पार्टी ने अभी से आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. बता दें कि कांग्रेस पिछले कुछ समय से दिल्ली में तीसरे नंबर पर खिसक गई थी.

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3-3 नाम उम्मीदवारों के पेश करने के आदेश
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार से सबक लेते हुए पार्टी ने जिला अध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों को हर विधानसभा से 3-3 नाम उम्मीदवारों के पेश करने के आदेश दिए हैं. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने जिला अध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों की बैठक में इन बातों पर चर्चा की. बैठक में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर प्रत्याशियों के नामों पर भी विचार किया गया. साथ ही उन्होंने कहा कि 3 नामों में से एक नाम महिला का ख्याल रखने की भी सलाह दी है.

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गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस दिल्ली में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी. सातों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने कब्जा जमा लिया था. हालांकि 7 में से 6 सीट पर कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही थी. इसके अलावा आम आदमी पार्टी (AAP) तीसरे नंबर पर चली गई थी. 2014 के आम चुनाव में कांग्रेस को 15.2 फीसदी वोट मिला था. वहीं 2019 में कांग्रेस का वोट शेयर बढ़कर 22.51 फीसदी हो गया है.