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कांग्रेस ने मणिशंकर अय्यर के निलंबन को वापस लिया, पीएम मोदी को 'नीच' कहने पर पार्टी ने दिखाया था बाहर का रास्ता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीच कहने के बाद कांग्रेस से बाहर हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर के निलंबन को पार्टी ने वापिस ले लिया है।

Updated on: 18 Aug 2018, 11:12 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीच कहने के बाद कांग्रेस से बाहर हुए वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर के निलंबन को पार्टी ने वापिस ले लिया है। पिछले साल दिसंबर में गुजरात चुनाव के दौरान पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर कांग्रेस ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री की प्राथमिक सदस्यता को निलंबित करने के बाद उन्हें 'नीच' कहने को लेकर उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था। एक प्रेस रिलीज़ में वरिष्ठ नेता के निलंबन को हटाने की जानकारी दी गई। रिलीज़ में कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी की केंद्रीय अनुशासनात्मक कमिटी की अनुशंसा को मंजूर कर दिया है। इसमें मणिशंकर अय्यर की प्राथमिक सदस्यता से निलंबन को तत्काल प्रभाव से वापस लेने को कहा गया था।

बता दें कि अय्यर ने प्रधानमंत्री को एक 'नीच आदमी' कहा था। उन्होंने इस शब्द का प्रयोग मोदी का भाषण सुनने के बाद आक्रोश में आकर कहा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मणिशंकर द्वारा की गई अप्पतिजनक टिप्पणी की निंदा की थी। कांग्रेस अध्यक्ष के ट्वीट करने के बाद अय्यर ने माफी मांगी थी। राहुल ने ट्वीट किया कि कांग्रेस पार्टी ऐसी भाषा का समर्थन नहीं करती और आशा करती है कि अय्यर माफी मांगेंगे।

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इस बीच मोदी ने 'आदमी' की जगह 'जाति' शब्द का इस्तेमाल करते हुए गुजरात की एक जनसभा में कहा कि उन्हें 'नीच जाति' का कहा गया है, जो गुजरात का अपमान है। अय्यर ने इस मामले पर अपनी सफाई देते हुए कहा कि वह 'नीच' शब्द के वास्तविक निहितार्थ को समझ नहीं सके। उन्होंने इसका इस्तेमाल एक हिंदी भाषी वक्ता के रूप में नहीं किया था।

मणिशंकर एयर कई बार अपनी विवादित बयानों को लेकर विवादों में घिरे रहते है। मणिशंकर अय्यर ने गुजरात के 2002 दंगों को लेकर पीएम मोदी पर सीधा निशाना साधा है। अय्यर ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने 2014 से पहले नहीं सोचा था कि मुसलमानों को पिल्ला समझने वाला एक मुख्यमंत्री भारत का प्रधानमंत्री बन सकता है। इससे पहले भी मणिशंकर अय्यर अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में रह चुके हैं।