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मंत्रिमंडल में बदलाव से केंद्र सरकार की नाकामी नहीं छिपेगी: कांग्रेस

तिवारी ने कहा कि राजीव प्रताप रूडी और बंडारू दत्तात्रेय को हटाया जाना ये बताता हे कि सरकार के मंत्रियों ने अपना काम-काज ठीक से नहीं किया।

Updated on: 03 Sep 2017, 07:10 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस ने रविवार को मोदी कैबिनेट में किए गए बदलाव को निर्रथक क़दम बताते हुए उनके कामकाज पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने राजीव प्रताप रूडी और बंडारू दत्तात्रेय को हटाए जाने के फ़ैसले को केंद्र सरकार की विफलता से जोड़ा है।

तिवारी ने कहा कि राजीव प्रताप रूडी और बंडारू दत्तात्रेय को हटाया जाना ये बताता हे कि सरकार के मंत्रियों ने अपना काम-काज ठीक से नहीं किया। इसलिए उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया।

वहीं धर्मेंद्र प्रधान को प्रमोट किए जाने पर तिवारी ने कहा, 'उन्होंने सिर्फ खास लोगों का विकास किया है। इसलिए उनको प्रमोट किया गया।'

ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कैबिनेट बदलाव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'सरकार की इमेज काफ़ी ख़राब हो चुकी है इसलिए इस तरह के बदलाव से कुछ नहीं होने वाला है।'

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मंत्रिपरिषद का विस्तार किया। नए मंत्रिमंडल में चार राज्य मंत्रियों को पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया और नौ नए चेहरों को राज्य मंत्री बनाया गया।

इस सूची में एनडीए (नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस) के सहयोगी जेडीयू (जनता दल युनाइटेड) और शिवसेना को शामिल नहीं किया गया है। जिसके बाद शिवसेना ने नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए शपथ ग्रहण सामारोह से दूरी बनाए रखी।

शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, 'ये और इससे पहले के फेरबदल एनडीए का नहीं बल्कि बीजेपी के लिए था।'

उन्होंने कहा, 'हो सकता है बहुमत का एरोगेंस हो, लेकिन हम इस पर ध्यान नहीं दे रहे। उनका बहुमत है तो अपने हिसाब से सरकार चलाए।'

वहीं जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी मे फेरबदल पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'ये बीजेपी का फेरबदल था न कि एनडीए का। इसलिए हम इस पर कोई प्रतिक्रिया नही देंगे।'

वहीं आंध्रप्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने फेरबदल पर अपनी राय ज़ाहिर करते हुए कहा, 'हमें आशा है कि नई टीम हमारे राज्य के विकास के लिए काम करेगी।'