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अध्यक्ष बनते ही एक्शन में राहुल गांधी, पार्टी सांसदों, राज्य प्रमुखों को डिनर पर बुलाया

कांग्रेस की कमान संभालने के बाद राहुल गांधी एक्शन में हैं। उन्होंने रविवार को पार्टी के सभी सांसदों, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और विधानसभा में पार्टी नेता को डिनर पर बुलाया है।

Updated on: 17 Dec 2017, 11:19 AM

नई दिल्ली:

कांग्रेस की कमान संभालने के बाद राहुल गांधी एक्शन में हैं। उन्होंने रविवार को पार्टी के सभी सांसदों, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और विधानसभा में पार्टी नेता को डिनर पर बुलाया है।

यहां राहुल कांग्रेस को ग्रैंड ओल्ड पार्टी से 'ग्रैंड ओल्ड एंड यंग पार्टी' बनाने की रणनीति पर अनौपचारिक रूप से चर्चा करेंगे। कांग्रेस प्रेसिडेंट बनने के बाद राहुल गांधी की यह पार्टी नेताओं के साथ पहली बैठक होगी। जिसमें गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के आनेवाले नतीजों पर चर्चा हो सकती है।

डिनर पर संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में आक्रामक कांग्रेस आगे किन-किन मुद्दों पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरेगी इसपर भी चर्चा की जा सकती है।

बतौर कांग्रेस अध्यक्ष अपने पहले संबोधन में राहुल गांधी ने साफ कर दिया था कि अब पार्टी अपने प्रमुख प्रतिद्वंदी बीजेपी की रणनीतियों के खिलाफ मुखर होकर लड़ेगी।

राहुल ने कहा था, 'वे कांग्रेस मुक्त भारत चाहते हैं, वे हमें मिटाना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस सभी भारतीयों की इज्जत करती है, यहां तक कि बीजेपी की भी। हम नफरत के साथ नफरत से नहीं लड़ना चाहते हैं।'

उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने हमेशा अपनी चुनौतियों व संघर्षो का प्यार व स्नेह से सामना किया है। वे आवाज कुचलेंगे, हम सबसे कमजोर को बोलने की इजाजत देंगे। वे हमारा तिरस्कार करेंगे, हम इज्जत करेंगे और खुद का बचाव करेंगे।' राहुल ने कहा कि हम कांग्रेस को 'ग्रांड ओल्ड एंड यंग पार्टी' बनाएंगे।

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राहुल ने कहा, 'वह (मोदी) हमें वापस मध्ययुग में ले जा रहे हैं। कांग्रेस भारत को 21वीं शताब्दी में वापस लाई, जबकि प्रधानमंत्री मोदी हमें मध्ययुग में वापस ले गए, जहां लोगों को उनकी आस्था और उनके खान-पान के लिए मारा जाता है।'

उन्होंने कहा, 'भद्दी हिंसा ने हमें विश्व के सामने शर्मिदा किया। हमारा देश जिसका दर्शन व इतिहास प्यार और करुणा से बना है, इस तरह के डर से इसकी छवि को नुकसान पहुंचा और हमारे इस महान देश में इस क्षति की भरपाई कुछ भी करके नहीं की जा सकती।'

वहीं सोनिया गांधी ने पार्टी अध्यक्ष के तौर पर अपने अंतिम भाषण में कहा, 'कांग्रेस 2014 से विपक्ष की भूमिका निभा रही है और इस तरह की चुनौतियों का सामना कभी नहीं किया, जैसा अभी करना पड़ रहा है।'

उन्होंने कहा, 'हमारे संविधान के मूल पर हमला किया जा रहा है, लेकिन एक अनुकरणीय ऊर्जा हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पास है। हम वो नहीं हैं, जो डर जाए, क्योंकि हमारा संघर्ष इस देश की आत्मा का संघर्ष है। कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता डरे हुए नहीं हैं।'

राहुल ने कहा, 'हम झुकेंगे नहीं। हमारा संघर्ष देश के लिए है और हम इसके लिए लड़ना जारी रखेंगे। हम हार नहीं मानेंगे।'

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