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अहमदाबाद अस्पताल में बच्चों की मौत पर कांग्रेस ने कहा, न्यायिक जांच कराई जाए

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि लापरवाही के लिए मुख्यमंत्री विजय रूपानी को इस्तीफा देना चाहिए और SC या हाई कोर्ट की निगरानी में मामले की एक स्वतंत्र जांच करानी चाहिए।

Updated on: 29 Oct 2017, 10:35 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस ने अहमदाबाद के एक सरकारी अस्पताल में हुई नवजात शिशुओं की मौत की न्यायिक जांच कराने की रविवार को मांग की और इस मुद्दे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में शामिल न किए जाने पर सवाल उठाया।

कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा कि चिकित्सकों की अनुपलब्धता के कारण अहमदाबाद सिविल अस्पताल में पिछले तीन दिनों के दौरान 18 शिशुओं की मौत हो गई।

उन्होंने राज्य प्रशासन की सरासर आपराधिक लापरवाही के लिए मुख्यमंत्री विजय रूपानी से इस्तीफे की मांग की और सर्वोच्च न्यायालय या उच्च न्यायालय की निगरानी में मामले की एक स्वतंत्र जांच कराने की मांग की।

शेरगिल ने आरोप लगाया कि सिविल अस्पताल के मुख्य अधीक्षक असवारा विधानसभा सीट से भाजपा का टिकट पाने की कोशिश में हैं और इसलिए वह सत्ताधारी भाजपा की सेवा में व्यस्त हैं। जबकि इस घटना के आरोपियों को बचाने के लिए मामले की लीपा-पोती शुरू हो गई है।

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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को मन की बात करने के बदले जनता से, खासतौर से मृत शिशुओं के परिवारों से माफी मांगनी चाहिए थी, जबकि मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को भाजपा शासित गुजरात, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में नवजात शिशुओं की मौतों के लिए जवाबदेह बनाया जाना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद के सरकारी सिविल अस्पताल में शनिवार को नौ नवजात शिशुओं की मौत हो गई। इनमें से पांच शिशुओं को अन्य सरकारी अस्पतालों से गंभीर हालत में यहां स्थानांतरित किया गया था। सभी नवजात शिशुओं ने शनिवार को अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में दम तोड़ दिया।

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