logo-image

जर्मनी में आतंकवाद पर राहुल गांधी के दिए बयान के बचाव में उतरी कांग्रेस

जर्मनी में बेरोजगारी को आतंकवाद से जोड़ने वाले राहुल गांधी के बयान पर बवाल होने के बाद कांग्रेस ने इसका बचाव किया है।

Updated on: 23 Aug 2018, 03:47 PM

नई दिल्ली:

जर्मनी में बेरोजगारी को आतंकवाद से जोड़ने वाले राहुल गांधी के बयान पर बवाल होने के बाद कांग्रेस ने इसका बचाव किया है। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने राहुल के बयान को सही ठहराते हुए कहा, जर्मनी में राहुल गांधी ने कुछ भी गलत नहीं कहा है। देश में बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि दो करोड़ रोजगार हर साल देंगे लेकिन आंकड़े देखकर आप बता सकते हैं कि रोजगार का कहीं भी नामोनिशान नहीं है।

उन्होंने कहा, ' उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक लड़की ने आत्महत्या कर ली पहले उस लड़की ने आरोप लगाया कि उसके साथ गैंगरेप हुआ फिर पुलिसवालों ने कहा कि ऐसी घटना नहीं हुई है। अब सवाल उठता है कि आखिर क्यों एक लड़की ने आत्महत्या कर ली इस पूरे मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए।'

गौरतलब है कि राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी ने हमला बोलते हुए सवाल उठाए थे। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, आतंकी संगठन आईएसआईएस को न्यायसंगत बताने वाला देश का पीएम उम्मीदवार होगा यह अविश्वसनीय है।

और पढ़ें: पीएम मोदी पर राहुल के हमले पर बीजेपी ने किया पलटवार, कहा ISIS के गठन को सही बताने वाले देश के भावी पीएम होंगे ?

उन्होंने कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष राहुल जी को सीरिया में आतंकी संगठन आईएसआईएस को सही बताते हुए लोगों को डराने के लिए छिपी हुई धमकी दे रहे हैं कि अगर मोदी जी ने भारत को कोई विजन नहीं दिया तो जल्द ही कोई और (आईएसआईएस) विजन देगा। अविश्वनीय वह एक पीएम उम्मीदवार हैं।'

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने जर्मनी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक से लेकर सामाजिक नीतियों तक पर हमला बोला था और कहा था कि एक तरफ उन्होंने नोटबंदी जैसे फैसले लेकर जहां अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है वहीं दूसरी तरफ बेरोजगारी की वजह से मॉब लिंचिंग की घटनाएं भी बढ़ी है।

और पढ़ें: जीएसटी और नोटबंदी लागू करने को लेकर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, कहा- देश की अर्थव्यवस्था को किया चौपट

उन्होंने देश में मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं को 'बेरोजगारी' से जोड़ा है। उन्होंने कहा की देश में बेरोजगारी के बढ़ने की वजह से लोगों में गुस्सा है और उसी का कारण हैं यह हिंसक घटनाएं। जर्मनी के हैम्बर्ग में अपने संबोधन के दौरान कहा, 'कुछ साल पहले प्रधानमंत्री जी ने भारतीय अर्थव्यवस्था में नोटबंदी का फैसला किया और एमएसएमई के नकद प्रवाह को बर्बाद कर दिया, अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले लाखों लोग बेरोजगार हो गए।'