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राफेल पर एक कदम और आगे बढ़े राहुल, एचएएल कर्मचारियों से करेंगे मुलाक़ात

राफेल विमान डील पर सरकार को लगातार निशाने पर ले रहे राहुल गांधी अब एक कदम और आगे बढ़ते दिख रहे हैं. शनिवार को वह बेंगलुरु में हिंदुस्‍तान एयरोनॉटिक्‍स लिमिटेड (एचएएल) के कर्मचारियों से मिलेंगे.

Updated on: 13 Oct 2018, 10:11 AM

नई दिल्ली:

राफेल विमान डील पर सरकार को लगातार निशाने पर ले रहे राहुल गांधी अब एक कदम और आगे बढ़ते दिख रहे हैं. शनिवार को वह बेंगलुरु में हिंदुस्‍तान एयरोनॉटिक्‍स लिमिटेड (एचएएल) के कर्मचारियों से मिलेंगे. वहां वह दोपहर बाद करीब तीन बजे कर्मचारियों से संवाद करेंगे. माना जा रहा है कि कांग्रेस अध्‍यक्ष वहां कैंडिल मार्च भी निकाल सकते हैं.

एक दिन पहले राफेल पर राहुल के हमले का रेल मंत्री पीयूष गोयल ने जवाब दिया था. इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने कहा, ‘पीयूष गोयल पर इतने बड़े- बड़े प्रश्न चिह्न लगे हुए हैं. जब पीयूष जी पर हमने प्रश्न उठाए तो निर्मला सीतारमण जी उनके बचाव में आईं. आज स्वयं रेलवे मंत्री प्रकट हो गए. रेलवे को पटरी पर नहीं रख पा रहे हैं और बात रक्षा मंत्रालय की कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राफेल सौदे को लेकर हमारे सवाल तथ्यों पर आधारित हैं तो जवाब भी तथ्यों पर होने चाहिए. यह देश तय करेगा कि कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ.’

वहीं, बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता एस जयपाल रेड्डी ने कहा था, ‘‘एचएएल के 10 हजार कर्मचारियों की नौकरी जाने वाली है. राफेल डील मिलने से 10 हजार नई नौकरी पैदा होने वाली थीं, लेकिन अब मौजूदा नौकरियां भी खत्म हो रही हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर हमारे समय पर किया गया करार आगे बढ़ाया जाता और 18 हवाई जहाज खरीदे जाते तथा बाकी हिंदुस्तान में बनाए जाते तो हमारी विनिर्माण क्षमता बढ़ती. यही कारण है कि राहुल जी एचएएल जा रहे हैं.’’

पार्टी का दावा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सौदे को बदलवाया और ठेका हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से लेकर रिलायंस डिफेंस को दे दिया. बता दें कि बीजेपी ने शुक्रवार को कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल विमान समझौते के बारे में लगातार झूठ बोल रहे हैं, लेकिन उन्हें यह पता होना चाहिए कि देश की सवा सौ करोड़ जनता का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पूरा भरोसा है और कांग्रेस लाख कोशिश के बावजूद उसे डिगा नहीं सकती.