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डोकलाम मुद्दा: मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात पर कांग्रेस ने उठाये सवाल, पूछा- कब दिखाएंगे 56 इंच का सीना और लाल आंखें?

दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स सम्मेलम में पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति सही जिनपिंग की मुलाकात पर कांग्रेस ने निशाना साधा।

Updated on: 28 Jul 2018, 08:35 AM

नई दिल्ली:

साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग  में 10वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के इतर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मुलाकात की। 

पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति की मुलाकात पर कांग्रेस ने निशाना साधा। कांग्रेस ने सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि पीएम मोदी सम्मेलन में डोकलाम का मुद्दा उठाना एक बार फिर भूल गए।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'भारत के 132 करोड़ लोग जानना चाहते है कि मोदी सरकार चीन को 56 इंच का सीना और लाल आंखें कब दिखाएगी?'

उन्होंने आगे कहा, 'अमेरिका की कांग्रेशनल कमेटी में बकायदा ये बयान दिया गया है कि डोकलाम में चीन ने आगे बढ़कर अपनी बढ़त बना ली है। चीन डोकलाम में अपनी सैन्य ताकतों को भी बढ़ा रहा है। ये राष्ट्रीय सुरक्षा को सीधे-सीधे चुनौती भी है और खतरा भी।'

मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'गूगल अर्थ से आई तस्वीरों से स्पष्ट है कि चीन ने सिलीगुड़ी कॉरिडोर तक सड़क बना ली है लेकिन प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने इस पर कुछ नहीं बोला।'

सुरजेवाला ने कहा, 'कटु सत्य तो ये है कि 56 इंच की छाती और चीन को लाल आंखें दिखाने का दावा करने वाले पीएम ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर चुप्पी साध ली है।'

कांग्रेस प्रवक्ता ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,' चीन के भूटान से राजनयिक संबंध नहीं है। चीन ने भारत का जिक्र किये बिना डोकलाम के मुद्दे पर भूटान से बातचीत की थी।'

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कांग्रेस नेता ने आरोप लगाते हुए कहा, 'सच्चाई यह है कि चीन को लाल आंख दिखाने की बात करने वाले मोदी जी प्रधानमंत्री बनकर चीन के राष्ट्रपति को झूला तो झुलाते हैं लेकिन एजेंडा विहीन यात्रा पर चीन जाते हैं। देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे डोकलाम को उठाना भूल जाते हैं।'

बता दें कि  भारत और चीन के बीच 1962 में युद्ध हुआ था और इस तरह दोनों देशों के बीच आपसी अविश्वास का लंबा-चौड़ा इतिहास रहा है। साल 2017 में डोकलाम विवाद को लेकर दोनों देशों के बीच हालात बहुत बिगड़ गए थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की यह तीसरी मुलाकात है।

इससे पहले अप्रैल में दोनों नेताओं ने चीनी शहर वुहान में दो दिवसीय अनौपचारिक वार्ता के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की थी।पिछले महीने चीन के शंघाई में सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के दौरान एक द्विपक्षीय बैठक में भी दोनों नेताओं ने मुलाकात की थी।

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