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पुलवामा के बाद अब इस कारण भारत-पाकिस्तान के बीच और बढ़ी खटास

23 मार्च को पाकिस्तान का नेशनल डे है. दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन ने भारत सरकार के मना करने के बावजूद नेशनल डे कार्यक्रम में हुर्रियत नेताओं को न्योता भेजा है.

Updated on: 22 Mar 2019, 09:14 AM

नई दिल्ली:

23 मार्च को पाकिस्तान का नेशनल डे है. दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन ने भारत सरकार के मना करने के बावजूद नेशनल डे कार्यक्रम में हुर्रियत नेताओं को न्योता भेजा है. जिसे लेकर मोदी सरकार ने ना सिर्फ नाराजगी जाहिर की है, बल्कि हाई कमीशन में होनेवाले नेशनल डे के कार्यक्रम में कोई भी रिप्रेजेंटेटिव नहीं भेजेगा.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान उच्चायोग ने 22 मार्च को हुर्रियत प्रतिनिधियों को पाकिस्तान के नेशनल डे में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. इसलिए, सरकार किसी भी आधिकारिक प्रतिनिधि को इस कार्यक्रम में नहीं भेजेगी.

पिछले पांच सालों में भारत सरकार अपने प्रतिनिधियों को भेजता आया है जबकि पाकिस्तान हर नेशनल डे में हुर्रियत नेताओं को बुलाता रहा है. लेकिन इस बार पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव के मद्देनजर दिल्ली ने अपना रुख सख्त कर लिया है.

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पाकिस्तान का नेशनल डे ( राष्ट्रीय दिवस) 23 मार्च को मनाया जाता है. 23 मार्च 1940 में मुस्लिम लीग ने पाकिस्तान के गठन के लिए लाहौर में प्रस्ताव पारित किया था. 23 मार्च, 1956 को पाकिस्तान ने भी अपना पहला संविधान अपनाया.

इस साल मलेशियाई प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद मोहमद में पाकिस्तान दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे.