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चीनी मोबाइल कंपनियां चुरा रही हैं भारतीयों की निजी जानकारियां, शक के बाद केंद्र सरकार ने भेजा नोटिस

सिक्किम के डोकाल में सीमा विवाद का असर अभ भारत और चीन के व्यापारिक रिश्तों पर भी पड़ने लगा है।

Updated on: 16 Aug 2017, 08:32 PM

highlights

  • चाइनीज स्मार्टफोन कंपनियों को सरकार ने भेजा नोटिस
  • चीनी कंपनियों पर ग्राहकों की निजी जानकारी लीक करने का शक

नई दिल्ली:

सिक्किम के डोकाला में सीमा विवाद का असर अब भारत और चीन के व्यापारिक रिश्तों पर भी पड़ने लगा है। भारत सरकार को शक है कि चीनी स्मार्टफोन कंपनियां भारतीय ग्राहकों की निजी जानकारियां चुरा रही है।

इसी को लेकर केंद्र सरकार ने ओपो, वीवी, जियोनी, शाओमी समेत करीब 21 कंपनियों को नोटिस भेजकर इसपर जवाब देने का आदेश दिया है।

गौतलब है कि भारत में ज्यादातर स्मार्टफोन चीन की कंपनियां बना रही है। सरकार को इस बात का डर है कि इन कंपनियों के जरिए ग्राहकों के निजी जानकारी को हैक किया जा सकता है। सबसे ज्यादा डर स्मार्टफोन के कॉन्टैक्ट लिस्ट और मैसेज को लेकर है जिससे ग्राहकों की निजी जानकारियों जुटाई जा सकती है।

हालांकि भारत सरकार की तरफ से ये नोटिस ना सिर्फ चाइनीज कंपनी बल्कि अमेरिकी कंपनी ऐपल, साउथ कोरिया की कंपनी सैमसंग और भारत की ही कंपनी माइक्रोमैक्स को भी जारी किया गया है।

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सरकार ने इसका जवाब देने के लिए कंपनियों को 28 अगस्त तक का समय दिया है। इस बारे में सरकार के सूत्रों कहना है कि इस नोटिस का मकसद ये पता करना है कि कंपनियां नियमों का उल्लंघन तो नहीं कर रही है। अगर नियम के खिलाफ किसी ने ऐसा किया है तो सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई भी कर सकती है।

गौरतलब है कि भारत में चीन से भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक्स और इन्फर्मेशन प्रॉडक्ट्स आयात किया जाता है। इसलिए सरकार सुरक्षा और डेटा लीकेज से जुड़े मुद्दों की समीक्षा कर रही है।

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