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लद्दाख में सड़क बनाने को लेकर चीन ने भारत से जताई आपत्ति, भारत और चीन की सेना आमने सामने डटी

लद्दाख क्षेत्र से चीनी सैनिकों और भारतीय सैनिकों के बीच तनातनी की खबरें आ रही है। चीनी सैनिकों ने मनरेगा के तहत चल रहे नहर सिंचाई परियोजना को रुकवा दिया है।

Updated on: 04 Nov 2016, 07:02 AM

नई दिल्ली:

लद्दाख क्षेत्र से चीनी सैनिकों और भारतीय सैनिकों के बीच तनातनी की खबरें आ रही है। चीनी सैनिकों ने मनरेगा के तहत चल रहे नहर सिंचाई परियोजना को रुकवा दिया है।

चीनी सेना के 55 जवान लेह से 250 किलो मीटर दूर डेमचोक सेक्टर में घुस आए और भारतीय सीमा में मनरेगा के तहत चल रहे रोड बनाने के काम को जबर्दस्ती रुकवा दिया। चीनी सैनिकों के भारतीय सीमा घुसने की खबर जैसे आईटीबीपी के जवानों को लगी, वो मौके पर पहुंच गए।

यह घटना बुधवार को लेह जिले के डेमचेक इलाके में हुई जहां गांव को सड़कों से जोड़ने का काम चल रहा है। लद्दाख के डेमचेक में दो साल पहले भी भारतीय जवानों और चीनी सैनिकों के बीच सीमा पर तनाव हुआ था।

चीनी सैनिकों का तर्क है कि दोनों पक्षों में से किसी को भी निर्माण कार्य शुरू करवाने के लिए अनुमति चाहिए। चीनी सैनिकों के इस दावे का भारतीय जवानों ने विरोध किया और कहा कि परियोजना से जुड़ी जानकारी तभी साझा की जाएगी जब यह रक्षा उद्देश्य के लिए किया जा रहा हो।

सूत्रों के मुताबिक दोनों पक्षों के सैनिक अपने बैनर निकाल कर आमने सामने डटे हुए हैं। सेना और आईटीबीपी के जवान चीनी सैनिकों को आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं जबकि पीएलए का दावा है कि यह क्षेत्र चीन का है।

गौरतलब है कि 2014 में एक नहर के निर्माण के दौरान भी चीनी सैनिकों ने उसे अपना क्षेत्र बताते हुए विरोध जताया था। 500 चीनी सैनिक उस क्षेत्र में डटे रहे थे लेकिन भारत ने उसके विरोध को नजरअंदाज कर दिया था। करीब 1000 सैनिक दोनों ओर से विवाद का समाधान होने तक डटे रहे थे।