logo-image

चंद्रबाबू नायडू ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाया सवाल, जानिए क्या है वजह

अमित शाह की शिकायत पर चुनाव आयोग द्वारा पश्चिम बंगाल में त्वरित कार्रवाई और तृणमूल कांग्रेस की शिकायत को नजरअंदाज होते देखना निराशाजनक है.

Updated on: 16 May 2019, 03:21 PM

highlights

  • चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर बोले चंद्रबाबू नायडू
  • आयोग के फैसले को बताया निराशाजनक
  • चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाए सवाल

नई दिल्ली:

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार को एक दिन पहले समाप्त किए जाने के चुनाव आयोग के फैसले को 'निराशाजनक' बताया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की ईमानदारी दांव पर लगी हुई है. तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के प्रमुख ने कहा कि भाजपा और इसके अध्यक्ष अमित शाह की शिकायत पर चुनाव आयोग द्वारा पश्चिम बंगाल में त्वरित कार्रवाई और तृणमूल कांग्रेस की शिकायत को नजरअंदाज होते देखना निराशाजनक है.

नायडू ने ट्वीट कर कहा, "यह देखना और निराशाजनक है कि चुनाव आयोग ने 22 विपक्षी पार्टियों के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 50 प्रतिशत वीवीपैट पर्चियों की गिनती का मिलान ईवीएम से करने की अर्जी पर निष्क्रियता दिखाई." तेदेपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट देना और भाजपा द्वारा फर्जी शिकायतों पर तत्काल अनुचित कार्रवाई चुनाव आयोग की निष्पक्षता, तटस्थता पर सवाल उठाते हैं.

यह भी पढ़ें-IB ने दिया पश्चिम बंगाल में आतंकी हमले का अलर्ट, IS की बांग्लादेश शाखा की साजिश

नायडू ने कहा, "यह समय है कि चुनाव आयोग अपनी विश्ववसनीयता बनाए रखने और निष्पक्ष चुनाव करवाने के अपने संवैधानिक दायित्व को बहाल करने के लिए विपक्षी पार्टियों द्वारा की गई शिकायतों पर कार्रवाई करे. चुनाव आयोग की संस्थागत अखंडता और चुनाव की लोकतांत्रिक प्रक्रिया की निष्पक्षता दांव पर लगी हुई है."

यह भी पढ़ें- चुनाव आयोग के आदेश के बावजूद गृहमंत्रालय नहीं पहुंचे राजीव कुमार