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राफेल डील: केंद्र ने राफेल में भ्रष्टाचार के आरोप को किया खारिज

इस मुद्दे को उठाते हुए खड़गे ने दोहराया कि उनकी पार्टी ने राफेल सौदे में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह देश का एक सबसे बड़ा घोटाला है.

Updated on: 01 Jan 2019, 09:35 AM

नई दिल्ली:

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को राफेल लड़ाकू विमान सौदे में भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज कर दिया. राजनाथ ने दृढ़ता से कहा कि एक झूठ को बार-बार बोलने से वह सच नहीं हो सकता. राजनाथ ने लोकसभा में कहा, 'कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि एक झूठ बार-बार बोलकर उसे सच में नहीं बदला जा सकता. हम पहले ही दिन से चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन विपक्षी दल क्यों भाग रहा है.'

राजनाथ विरोध प्रदर्शन के बीच शून्यकाल के दौरान कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के इस मुद्दे पर आरोपों का जवाब दे रहे थे. इस दौरान विपक्ष के सदस्य विभिन्न मुद्दों को लेकर नारे लगा रहे थे, जिसमें कांग्रेस, अन्नाद्रमुक (AIADMK) और तेदेपा (TDP) भी शामिल थे. 

इस मुद्दे को उठाते हुए खड़गे ने दोहराया कि उनकी पार्टी ने राफेल सौदे में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह देश का एक सबसे बड़ा घोटाला है.

राफेल लड़ाकू विमान की कीमत का खुलासा नहीं करने को लेकर सरकार से सवाल करते हुए, खड़गे ने कहा, 'हम तीन हफ्तों से एक जेपीसी जांच की मांग कर रहे हैं. इसकी अनुमति दें.'

उन्होंने दावा किया कि राफेल लड़ाकू विमान संयुक्त प्रगतिशील सरकार (संप्रग) द्वारा तय की गई कीमत से तिगुनी कीमत में खरीदे गए हैं.

सरकार के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस सदस्यों ने अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा.

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इससे पहले लोकसभा प्रश्नकाल के दौरान कुछ देर के लिए स्थगित हुई थी. कांग्रेस सदस्य लोकसभा अध्यक्ष के आसन के समक्ष जमा होकर राफेल सौदे में जेपीसी जांच की मांग कर रहे थे.

एआईएडीएमके सदस्य कावेरी नदी पर प्रस्तावित बांध के निर्माण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. टीडीपी के सदस्य आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग कर रहे थे.