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भीड़ के हाथों 29 लोगों की मौत के बाद जागी केंद्र सरकार, राज्यों को ऐसी घटना रोकने के दिए आदेश

बच्चा चोरी के आरोप में आए दिन देश के अलग-अलग हिस्सों में भीड़ के द्वारा लोगों की हत्या पर केंद्र सरकार सख्त हो गई है।

Updated on: 05 Jul 2018, 02:55 PM

नई दिल्ली:

बच्चा चोरी के आरोप में आए दिन देश के अलग-अलग हिस्सों में भीड़ के द्वारा लोगों की हत्या पर केंद्र सरकार सख्त हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आदेश दिया है कि वो सोशल मीडिया के जरिए उड़ने वाले ऐसे अफवाहों पर लगाम लगाए और संवेदनशील इलाकों की पहचान कर वहां कार्रवाई करें।

गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि प्रशासन ऐसे मामलों में शुरुआती तौर पर ही नजर बनाए रखे और अफवाह को रोकने के लिए कदम उठाए।

इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने राज्यों को सलाह दी है कि बच्चा चोरी के जो भी मामले सामने आते हैं उसकी जांच पड़ताल बेहद गंभीरता से की जाए ताकि पीड़ित में प्रशासन के प्रति भरोसे का भाव पैदा हो।

पिछले सप्ताह ही महाराष्ट्र के धुले जिले में व्हाट्सएप पर बच्चा चोरी को लेकर फैले अफवाह के कारण 5 लोगों की भीड़ ने हत्या कर दी थी।

गौरतलब है कि सोशल मीडिया माध्यम व्हाट्स एप के जरिए अफवाहों के चलते पिछले 4 महीने में भीड़ 29 लोगों की हत्या कर चुकी है जिसके बाद सरकार ने कोर्ट से फटकार के बाद इसे गंभीरता से लिया है।

देश भर में बीते महीनों में व्हाट्सएप के जरिये फर्जी खबर और अफवाह के जरिये हत्या के मामले बढ़े हैं। धुले के अलावा त्रिपुरा में भी एक व्यक्ति की बच्चा चोरी की अफवाह से ही भीड़ ने हत्या कर दी थी। पिछले महीने असम में भी व्हाट्सएप पर अफवाह के कारण दो पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी। इसके अलावा झारखंड, केरल, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और कई अन्य राज्यों में मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ चुकी है।

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इन अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए व्हाट्सएप के जरिये फैलने वाले फर्जी और घृणा फैलाने वाले संदेशों को लेकर केंद्र सरकार कड़े कदम उठाने जा रही है। सरकार ने अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए मैसेजिंग एप व्हाट्सएप को निर्देश जारी किए हैं।

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने व्हाट्सएप को निर्देश दिया है कि 'अविश्वसनीय और भड़काऊ संदेशों' को अपने प्लेटफार्म पर रोकने के लिए कदम उठाए। हालांकि इस पर फेसबुक की स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सएप ने भी भारत सरकार को भरोसा दिलाया है कि वो अफवाहों को रोकने की तकनीक पर काम कर रहे हैं।

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