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पीएम मोदी की अपील, गंगोत्री के प्रति श्रद्धा सिर्फ दिखावा नहीं, सफाई में दें योगदान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गंगा नदी को हमारी 'संस्कृति, परंपरा और पहचान' बताया और लोगों से इसे साफ करने में योगदान देने की अपील की।

Updated on: 15 Sep 2018, 03:30 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गंगा नदी को हमारी 'संस्कृति, परंपरा और पहचान' बताया और लोगों से इसे साफ करने में योगदान देने की अपील की। मोदी ने नमो एप के जरिए 'स्वच्छता ही सेवा आंदोलन' के लॉन्च पर उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के लोगों से संवाद के दौरान कहा, 'मैं बिजनौर के लोगों को गंगा की सफाई की दिशा में काम करने के लिए बधाई देता हूं।'

मोदी ने कहा, 'और गंगा किनारे को खुले में शौच से मुक्त करना नदी की स्वच्छता बनाए रखने की दिशा में महत्वपूर्ण चरण साबित होगा।'

प्रधानमंत्री ने कहा, 'गंगा और गंगोत्री के प्रति श्रद्धा सिर्फ दिखावा नहीं होना चाहिए, बल्कि इसके लिए कदम उठाना चाहिए। हमें यह भी सुनिश्चित करने की जरूरत है कि लोगों को गंगा को नुकसान पहुंचाने की मनोदशा से भी मुक्त कराना होगा।'

गंगा किनारे रहने वालों से अपील करते हुए मोदी ने पूछा, 'क्या आप सभी गंगा को साफ करने के अभियान में सहभागी बनेंगे? मैं जानता हूं कि बिजनौर के लोगों की तरह कई और भी सफाई अभियान में शामिल होंगे।'

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार गंगा की सफाई के लिए बहुत कदम उठा रही है और इसका परिणाम जल्द ही लोगों को देखने को मिलेगा। मोदी ने हरियाणा के रेवाड़ी में भी रेलकर्मियों से बात की और कहा कि भारतीय रेलवे ने भी सफाई की दिशा में सराहनीय काम किया है।

उन्होंने कहा, 'सभी रेल डिब्बों में लिखा रहता है कि भारतीय रेल सार्वजनिक संपत्ति है। यह लोगों को यह अहसास कराने के लिए लिखा गया है कि वे इसे अपना समझें और इसे साफ रखें।'

डिब्बों और स्टेशनों को साफ रखने के लिए रेलकर्मियों की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा, 'आज हम भारतीय रेल में जिस तरह की सफाई देखते हैं, वह रेलकर्मियों की मेहनत का परिणाम है।'