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'मोमो चैलेंज' बना प्राण घातक, दो मौतों के बाद केंद्र ने जारी की एडवाइजरी

मोमो वॉह्टसएप, फेसबुक और यूट्यूब पर मौजूद एक सोशल मीडिया एकाउंट है। यह बच्चों को टारगेट करता है। यह डरवानी और हॉरर फोटो का इस्तेमाल कर बच्चों में जिज्ञासा पैदा करता है।

Updated on: 12 Sep 2018, 10:19 AM

नई दिल्ली:

'मोमो चैलेंज' के खिलाफ मंगलवार को महिला एवं बाल विकास मंत्रायल ने एडवाइजरी जारी करते हुए अभिभावकों से अपने बच्चों की सोशल मीडिया गतिविधियों पर नजर रखने को कहा है। मंत्रालय ने कहा खतरनाक ऑनलाइन 'मोमो चैलेंज' का बच्चों पर बुरा असर हो रहा है, ऐसे में जरूरी है कि अभिभावक अपने बच्चों का ध्यान रखें कि वह मोमो गेम न खेलें। मोमो चैलेंज की वजह से अब तक भारत में 2 लोग अपनी जान ले चुके हैं, जिसके बाद अब केंद्र ने यह एडवाइजरी जारी की है।

मंत्रालय ने अभिभावकों को अपने बच्चों का ध्यान रखने की सलाह दी है। मंत्रालय ने कहा कि, 'अभिभावक ध्यान दें कि कहीं बच्चा किसी तरह के संदिग्ध गेम्स तो नहीं खेल रहा। जरूरी है कि बच्चों के माता-पिता सतर्क रहें और उन पर नजर रखें।'

इसके साथ ही मंत्रालय ने पैरेंट्स को 'मोमो चैलेंज' का नाम बच्चों के सामने न लेने की सलाह दी है। अगर वह बच्चे के सामने इसका नाम लेते हैं तो संभावना है कि बच्चा इस गेम को ढूंढने की कोशिश करेगा। वहीं अगर बच्चा इस गेम के बारे में जानता है तो ऐसे में बच्चे को इसके बुरे प्रभावों के बारे में समझाया जाना चाहिए।

एडवाजरी में आगे कहा गया है कि, 'ध्यान दें कि कहीं घर के मोबइल फोन में नए कॉनटेक्ट और ईमेल आईडी तो नहीं बढ़ रही हैं। अपने बच्चें कि सोशल मीडिया और ऑनलाइन गतिविधियों पर ध्यान दें कि कहीं वह इस चैलेंज को तो नहीं ले रहे हैं। साथ ही वह स्कूल में मौजूद बच्चों के काउंसरल से भी अपने बच्चे का निरंतर रिपोर्ट कार्ड और सलाह लें।'  

अभिभावक अपने बच्चे की ऑनलाइन गतिविधि का पता लगाने के लिए साइबर और मोबाइल पेरेंटिंग सोफ्टवेयर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह काफी मददगार साबित होगा।

बता दें कि भारत में अब तक इसकी वजह से दो लोग अपनी जान ले चुके हैं। पहला मामला अजमेर, राजस्थान से सामने आया था जहां 10वीं क्लास की एक छात्रा ने यह गेम खेलने के बाद अपनी जान ले ली थी। वहीं दूसरा मामला बीते महीने अगस्त का है जहां चेन्नई में एक इंजीनियरिंग के छात्र ने अस्पताल की एक इमारत से कूद कर अपनी जान दे दी। 

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क्या है 'मोमो चैलेंज'

मोमो वॉह्टसएप, फेसबुक और यूट्यूब पर मौजूद एक सोशल मीडिया एकाउंट है। यह बच्चों को टारगेट करता है। यह डरवानी और हॉरर फोटो का इस्तेमाल कर बच्चों में जिज्ञासा पैदा करता है। इस एकांउट से जुड़ने पर यह बच्चों को चैलेंज देता है कि वह अनजान लोगों से फोन पर बात करें। अब तक हुई जांच में यह पाया गया है कि मोमो का यह एकाउंट जापान में तीन लोगों से जुड़ा हुआ है। जो बच्चों को अनजान नंबर पर बात करने के साथ ही खुद को नुकसान पहुंचाने वाला चैलेंज भी देता है। गेम के अंत में सुसाइड करने का भी चैलेंज दिया जाता है। वहीं अगर कोई ऐसा करने से मना करता है तो उसे मोमो उसे डरवानी हॉरर फोटो भेज कर डराता है।