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संसदीय मामलों की समिति की सिफारिश, 11 दिसंबर से शुरू हो संसद का शीतकालीन सत्र

संसद का शीतकालीन सत्र अमूमन नवंबर में शुरू होता है. हालांकि, यह लगातार दूसरा वर्ष है जब सत्र दिसंबर में शुरू होगा. पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के कारण इस साल सत्र में देरी हुई है.

Updated on: 14 Nov 2018, 09:35 PM

नई दिल्ली:

मंत्रिमंडल की संसदीय मामलों की समिति (सीसीपीए) ने संसद का शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर से आठ जनवरी तक करने की सिफारिश की है. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली सीसीपीए की बैठक मंगलवार रात उनके आवास पर हुई और सत्र की तारीख पर विचार-विमर्श हुआ. सूत्रों ने बताया कि सीसीपीए ने 11 दिसंबर से आठ जनवरी तक शीतकालीन सत्र आहूत करने की सिफारिश की है.

संसद का शीतकालीन सत्र अमूमन नवंबर में शुरू होता है. हालांकि, यह लगातार दूसरा वर्ष है जब सत्र दिसंबर में शुरू होगा. पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के कारण इस साल सत्र में देरी हुई है.

गौरतलब है कि जबसे सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि विवाद मामले को जनवरी 2019 में सुनवाई के लिए किसी उचित पीठ के लिए सूचीबद्ध कर दिया है तबसे राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ(आरएसएस), विश्व हिंदू परिषद(विहिप) और शिवसेना ने सरकार पर शीतकालीन सत्र में कानून लाने का दबाव बनाया हुआ है.

सरकार अभी इस मामले में काफी सतर्कता बरत रही है. इस आदेश को इस रूप में देखा जा रहा है कि अयोध्या मामले का निर्णय लोकसभा चुनाव से पहले नहीं हो पाएगा.