logo-image

CBI घूसकांड: बिचौलिए मनोज प्रसाद को कोर्ट ने दी जमानत, जानें पूरा मामला

सीबीआई रिश्वतखोरी मामले में कथित बिचौलिए मनोज प्रसाद को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने जमानत दे दी है. बिजनेसमैन सतीश बाबू सना से 5 करोड़ की घूस के मामले में 16 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था.

Updated on: 18 Dec 2018, 05:21 PM

नई दिल्ली:

सीबीआई रिश्वतखोरी मामले में कथित बिचौलिए मनोज प्रसाद को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने जमानत दे दी है. मनोज प्रसाद को बिजनेसमैन सतीश बाबू सना से 5 करोड़ की घूस के मामले में 16 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था. सीबीआई के स्पेशल जज संतोष स्नेही मान ने मनोज प्रसाद को बेल देते हुए कहा कि आरोपी को और हिरासत में रखने से कोई मकसद हल नहीं होगा. 11 दिसंबर को मीडिया से बात करते हुए मनोज प्रसाद ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज किया था. सतीश सना की ओर से लगाए गए आरोप को खारिज करते हुए कहा था कि राकेश अस्थाना से वो कभी नहीं मिला है. मैंने कोई पैसे नहीं लिए हैं और ना ही अस्थाना को जानता हूं. ये साजिश के तहत किया गया है.

गौरतलब है कि हैदराबाद का बिजनेसमैन सतीश साना जो भ्रष्टाचार मामले में मीट कारोबारी मोईन कुरैशी के साथ शामिल हैं ने सीबीआई से पूछताछ में बताया कि दुबई में वो प्रसाद से मिला था. तब प्रसाद ने उससे कहा था कि उसका सीबीआई अधिकारी राकेश अस्थान के साथ उसका अच्छा संबंध है और वो अपने भाई सोमेश प्रसाद की मदद से इस केस में मदद करेगा.

इसे भी पढ़ें : कमलनाथ के बयान पर बिहार-यूपी में घमासान, अखिलेश ने बताया गलत, जेडीयू ने की निंदा

सना के मुताबिक, मनोज प्रसाद सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना की तरफ से डील कर रहा था और उसने वादा किया था कि अगर 5 करोड़ रुपये दिए गए तो सीबीआई उसके खिलाफ नरमी बरतेगी.

बता दें कि इस मामले में डीएसपी देवेंद्र कुमार को फर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इन पर कारोबारी सतीश सना का बयान दर्ज करने में फर्जीवाड़े का आरोप है. सीबीआई के डीएसपी देवेंद्र कुमार और बिचौलिये मनोज प्रसाद को न्यायिक हिरासत में जेल भेज गया था. 31 अक्टूबर को सीबीआई के डीएसपी देवेंद्र कुमार को कोर्ट ने 50 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी थी.

और पढ़ें: राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार पर कसा तंज, बोले - प्रधानमंत्री को सोने नहीं दूंगा

सीबीआई ने कारोबारी सतीश सना की लिखित शिकायत पर 15 अक्टूबर को राकेश अस्थाना और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. राकेश अस्थाना, मनोज प्रसाद और देवेंद्र कुमार के अलावा एक और कथित बिचौलिये सोमेश प्रसाद का नाम भी इस मामले में आरोपी के तौर पर शामिल है.

इस मामले में दर्ज एफआईआर में बताया कि मीट निर्यातक मोइन कुरैशी के खिलाफ मामले में जांच अधिकारी रहे देवेंद्र कुमार परेशान कर रहे हैं और क्लीन चिट देने के बदले 5 करोड़ रुपए मांग रहे हैं.