BSF की पाक रेंजर्स को चेतावनी, किसी भी उकसावे वाली कार्रवाई का मिलेगा मुंहतोड़ जवाब
बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच बैठक अंतर्राष्ट्रीय सीमा के सुचेतगढ़ सेक्टर में 105 मिनट तक चली। यह बैठक पाकिस्तानी रेंजर्स की मांग के बाद की गई थी।
highlights
- पाकिस्तान रेंजर्स और बीएसएफ के बीच 7 महीने बाद फ्लैग मीटिंग
- आखिरी बैठक इसी साल 9 मार्च को हुई थी
- बीएसएफ ने अपने दो जवान ब्रिजेंद्र बहादुर और केके अप्पा राव की मौत पर जताया कड़ा विरोध
नई दिल्ली:
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच करीब सात महीने बाद शुक्रवार को हुई फ्लैग मीटिंग में भारत की ओर से यह साफ कर दिया गया कि पाक की किसी भी उकसावे वाली कार्रवाई का वह मुहतोड़ जवाब देगा।
बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच बैठक अंतर्राष्ट्रीय सीमा के सुचेतगढ़ सेक्टर में 105 मिनट तक चली। यह बैठक पाकिस्तानी रेंजर्स की मांग के बाद की गई थी।
इस बैठक में दोनों पक्षों ने इंटरनेशननल बॉर्डर पर शांति बनाए रखने पर सहमति जताई। प्रवक्ता ने बताया, 'बैठक सहयोगात्मक और सकारात्मक वातावरण में हुआ और दोनों ने पहले की बैठकों में हुए फैसले को लागू रखने पर सहमति जताई।'
यह भी पढ़ें: कुलभूषण पर पाकिस्तान के दावे को भारत ने 'काल्पनिक झूठ' करार दिया
हालांकि, भारतीय पक्ष ने पाकिस्तानी दल को यह साफ कर दिया कि किसी भी उकसावे वाली कार्रवाई का उसी बराबरी से उससे भी मजबूती से जवाब दिया जाएगा।
बीएसफ ने पाकिस्तान की ओर से स्नाइपर से की गई उस फायरिंग पर भी कड़ा विरोध जताया जिसमें भारत के दो जवान ब्रिजेंद्र बहादुर और केके अप्पा राव ने अपनी जान गंवा दी थी।
इस बैठक में भारत की ओर से 17 अधिकारी शामिल थे। इसका नेतृत्व बीएसफ डीआईजी (जम्मू सेक्टर) के पीएस धीमान कर रहे थे वहीं, पाकिस्तान की ओर से 14 अधिकारियों का दल इस बैठक में शामिल था।
इससे पहले सेक्टर कमांडर के स्तर की बैठक दोनों सेनाओं के बीच 9 मार्च को हुई थी।
यह भी पढ़ें: म्यांमार में कार्रवाई के बाद 'तय' था पाकिस्तान पर होगा सर्जिकल स्ट्राइक: पूर्व सेना प्रमुख
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें