logo-image

बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव का नया वीडियो, कहा- प्रताड़ित किया जा रहा है

सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठा चुके सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) जवान तेज बहादुर यादव ने एक और वीडियो जारी किया है।

Updated on: 03 Mar 2017, 12:05 PM

highlights

  • बीएसएफ जवान तेज बहादुर ने कहा, खाने की शिकायत मामले में नहीं हुई कार्रवाई
  • नये वीडियो में तेज बहादुर ने कहा, टॉर्चर किया जा रहा है, मेरा वीआरएस भी रोक दिया गया
  • बीएसएफ जवान तेज बहादुर ने वीडियो जारी कर खाने की शिकायत की थी

नई दिल्ली:

सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठा चुके सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) जवान तेज बहादुर यादव ने एक और वीडियो जारी किया है। वीडियो में तेज बहादुर ने अधिकारियों पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।

नये वीडियो में तेज बहादुर ने कहा, 'आपके माध्यम से आदरणीय प्रधानमंत्री जी से पूछना चाहता हूं कि मैंने जो बीएसएफ का खाना दिखाया था, वह बिल्कुल सत्य था, लेकिन उसके बावजूद भी किसी प्रकार की कोई जांच नहीं हुई और मुझे ही मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।'

उन्होंने कहा, 'मेरे साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है। मैंने सिर्फ यही किया था कि प्रधानमंत्री खुद चाहते थे कि देश से भ्रष्टाचार खत्म हो। मैंने भी यही उम्मीद करके अपने डिपार्टमेंट का भ्रष्टाचार दिखाया था। क्या भ्रष्टाचार दिखाने का मुझे यही न्याय मिला। आप सभी से अनुरोध है कि पूरा देश प्रधानमंत्री से पूछें कि एक जवान ने खाने का भ्रष्टाचार दिखाया, क्या उसका न्याय उसे यही दिया जाता है कि उसे ही टॉर्चर किया जाए। मेरा वीआरएस भी रोक दिया गया है।'

उन्होंने कहा, '10 जनवरी 2017 से मेरा मोबाइल जमा हो गया था। उसके बाद से मुझे जानकारी मिली है कि शायद मेरे मोबाइल अकाउंट से कुछ छेड़खानी की गई, जिसमें पाकिस्तान से मेरे कुछ दोस्त पाए गए। इसलिए आप उन झूठी अफवाहों पर विश्वास न करें। जब तक मेरा खुद का अपना कोई वीडियो आपके सामने न हो।'

क्यों शुरू हुआ था विवाद
तेज बहादुर ने जनवरी में सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया था, जिसमें उन्होंने बीएसएफ जवानों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की शिकायत करते हुए 'कुछ अधिकारियों' पर भोजन सामग्री बेचने का आरोप भी लगाया था। हालांकि उन्होंने किसी अधिकारी का नाम नहीं लिया था।

इससे पहले तेज बहादुर के परिवार ने आरोप लगाया था कि जवान को धमकाया जा रहा है और उन्हें मानसिक यातना दी जा रही है।

तेज बहादुर का वीडियो वायरल होने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस घटना का ब्यौरा मांगा था। तेज बहादुर के खिलाफ अनुशासनहीनता सहित कई आरोपों की जांच चल रही है। उनकी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की याचिका भी खारिज कर दी गई है।

यह मामला कोर्ट भी पहुंचा था। तेज बहादुर की पत्नी शर्मिला देवी ने कहा था, उनके परिवार के सदस्यों का लगातार तीन दिनों तक तेज बहादुर से संपर्क नहीं हो पाया था, जिसके बाद शर्मिला देवी ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका हाई कोर्ट में दायर की थी।

जिसके बाद हाईकोर्ट ने 10 फरवरी को निर्देश दिया था की तेज बहादुर की पत्नी को उनसे मिलने और दो दिनों तक उनके साथ रहने की मंजूरी दी जाए।

और पढ़ें: केजरीवाल ने तेज बहादुर को लेकर पीएम मोदी से किया सवाल, कहां है बीएसएफ जवान