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50 संभावित जगहों से हो सकती है रोहिंग्या 'घुसपैठ', BSF ने बढ़ाई चौकसी

देश में रोहिंग्या की घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने भारत और बांग्लादेश की सीमा से लगे संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करते हुए सुरक्षा में बढ़ोतरी की है।

Updated on: 05 Oct 2017, 07:37 PM

highlights

  • रोहिंग्या घुसपैठ रोकने के लिए बीएसएफ ने संवेदनशील जगहों की सूची में किया इजाफा
  • भारत-बांग्लादेश की सीमा से लगे 50 ठिकानों को संवेदनशील मानते हुए सुरक्षा में किया गया इजाफा

नई दिल्ली:

देश में रोहिंग्या की घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने भारत और बांग्लादेश की सीमा से लगे संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करते हुए सुरक्षा में बढ़ोतरी की है।

दक्षिणी बंगाल के आईजी ने कहा, 'पहले हमने ऐसे 22 जगहों की पहचान की थी, जिसे अब बढ़ाकर 50 कर दिया गया है। ऐसे कई संवेदनशील केंद्र हैं जहां से बांग्लादेशी और रोहिंग्या देश में घुस सकते हैं।'

उन्होंने कहा कि यह सभी संवेदनशील इलाके उत्तरी 24 परगना, मुर्शिदाबाद और नादिया जिले में मौजूद हैं और इनकी निगरानी दक्षिणी बंगाल फ्रंटियर फॉर्मेशन के पास है। बीएसएफ अधिकारियों के मुताबिक अभी तक करीब 175 रोहिंग्या को हिरासत में लिया गया है और इनमें से सात लोगों को 2017 में पकड़ा गया है।

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इसके साथ ही रोहिंग्या के मूवमेंट की निगरानी के लिए खुफिया निगरानी को तेज कर दिया है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने रोहिंग्या शरणार्थियों को 'अवैध' घुसपैठिया बताते हुए सुप्रीम कोर्ट में हलफनाम सौंप दिया है।

सरकार का कहना है कि रोहिंग्या देश की 'सुरक्षा' के लिए 'खतरा' हो सकते हैं। म्यांमार के राखाइन में सेना के ऑपरेशन के बाद से करीब 4 लाख से अधिक रोहिंग्या बांग्लादेश आ चुके हैं।

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