logo-image

एनपीपी और एनपीएफ के समर्थन से मणिपुर में बीजेपी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया

बीजेपी सहयोगियों के साथ मिलकर पहली बार मणिपुर में सरकार बना सकती है

Updated on: 12 Mar 2017, 09:57 PM

नई दिल्ली:

बीजेपी सहयोगियों के साथ मिलकर पहली बार मणिपुर में सरकार बना सकती है। एनपीपी और एनपीएफ के समर्थन से बीजेपी ने राजभवन में राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। एनपीपी और एनपीएफ के पास 4-4 सीटें हैं। मणिपुर में सरकार बनाने के किसी भी पार्टी को 31 सीटों की जरूरत होगी। 

अगर बीजेपी की सरकार बनती है तो बीरेन सिंह राज्य के नए मुख्यमंत्री हो सकते हैं जबकि विश्वजीत सिंह डिप्टी सीएम की कमान संभाल सकते हैं।

60 विधानसभा सीटों वाले मणिपुर में इस बार चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहली बार 21 सीटें जीती हैं। वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस को 28 सीटें मिली थी।

जबकि अन्य पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों को कुल 11 सीटें मिली थी। मणिपुर की स्थानीय पार्टी एनपीएफ ने बीजेपी को समर्थन देने का फैसला किया है। एनपीएफ ने चार सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं एनडीए सरकार में शामिल एलजेपी ने भी एक सीट पर जीत दर्ज की थी।

ये भी पढ़ें: गोवा में बीजेपी के सीएम पद के उम्मीदवार मनोहर पर्रिकर ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया

नागा पिपुल्स फ्रंट ने भी बीजेपी को अपना समर्थन देने का फैसला किया है। एनपीपी के पास 4 सीटें हैं। अगर सबको जोड़ दिया जाए तो बीजेपी गठबंधन के पास कुल 32 सीटों हो जाती है जो बहुमत के जादुई आंकड़े से एक सीट अधिक है।

ये भी पढ़ें: बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक शुरू, 16 मार्च को यूपी, उत्तराखंड के सीएम पद पर होगा फैसला

चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में एक चुनावी रैली में लोगों से वादा किया था कि अगर यहां बीजेपी की सरकार बनती है तो वो 15 महीने में हर वो काम करके दिखाएंगे जो कांग्रेस सरकार 15 सालों में वहां नहीं कर पाई।

ये भी पढ़ें: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा सरकार बनती है बहुमत से लेकिन चलती है सर्वमत से, जानिए भाषण की 10 बड़ी बातें