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संकट मोचन मंदिर को मिलें आतंकी धमकी पर मनोज तिवारी ने कहा- 'आतंकवादियों के गीदड़ भभकी से भारत नहीं डरने वाला'

वाराणसी पहुंचे दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने संकटमोचन हनुमान मंदिर में दर्शन किया. इस दौरान उन्होंने मंदिर को उड़ाने के लिए मिली धमकी पत्र को गीदड़ भभकी बताया.

Updated on: 05 Dec 2018, 05:41 PM

नई दिल्ली:

वाराणसी पहुंचे दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने संकटमोचन हनुमान मंदिर में दर्शन किया. इस दौरान उन्होंने मंदिर को उड़ाने के लिए मिली धमकी पत्र को गीदड़ भभकी बताया. उन्होंने कहा, 'आतंकियो को हमारी सरकार साढ़ें चार साल से सबक सीखा रही है अब आतंकियों के समर्थकों की बारी है.' अपनी सरकार की प्रशंसा करते हुए मनोज तिवारी ने कहा. 'जितने आतंक के समर्थक लोग थे उन लोगों की नरेंद्र मोदी जी की सरकार ने ऐसी कमर तोड़ी है कि सारे लोगों की मानसिक स्थिति डांवाडोल हो चुकी है.'

बीजेपी सांसद ने ये भी कहा, 'जिस तरह से जम्मू-कश्मीर से आज कल समाचार आते है कि एक-एक दिन में 6-6 लोग मारे जा रहें है. आतंकवादियों की कमर टूटी है और ये जो गीदड़ भभकी है उसका सामना करने के लिए भारत तैयार है.'

उन्होंने आगे कहा, 'संकटमोचन मंदिर को जो धमकी दी गई है उससे न तो काशी डरने वाला है और न ही संकटमोचन के भक्त. मुझे जैसे पता चला मैं संकटमोचन दर्शन के लिए चला आया. मैं उन सभी लोगों को कहता हूं कि जो ऐसी गीदड़ भभकियां और धमकियां देते हैं वो ये जाने लें कि ये काशी बाबा काल भैरव, बाबा विश्वनाथ और संकटमोचन की धरती है न जाने कितनी बार ऐसे लोगों ने कोशिशें की है और इसी का नतीजा रहा कि बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे जा रहे हैं.'

मनोज तिवारी ने इशारों ही इशारों में हाल ही में पकिस्तान गए क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू पर भी तंज़ कैसा और कहा कि जो देश में आतंकवादियों के समर्थक छुप के हैं, जो जाकर पकिस्तान में उनके समर्थकों से गले मिलते हैं उन्हें भी चेत जाना चाहिए कि अब ऐसी गीदड़ भभकी से भारत और नहीं डरने वाला है.

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बता दें कि वाराणसी के प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर को बम से उड़ान की धमकी भरी चिट्ठी मिलने के बाद से सुरक्षा एजेंसिया सतर्क हो गईं हैं. इस चिट्ठी में 2006 में हुए धमाके से बड़ा धमाका करने की धमकी दी गई है. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में लिखित शिकायत लेने के बाद जांच शुरू कर दी है.

गौरतलब है कि मार्च 2006 में वाराणसी के संकट मोचन मंदिर, रेलवे कैंट और दशाश्वमेघ घाट पर कई धमाके हुए थे जिनमें कुल 18 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे.