बीजेपी को नहीं मिली रथ यात्रा की अनुमति, पार्टी ने ममता बनर्जी को बताया 'तानाशाह'
कलकत्ता हाई कोर्ट ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बंगाल के कूचबिहार जिले में प्रस्तावित 'रथ यात्रा' को अनुमति देने से इंकार कर दिया है.
नई दिल्ली:
कलकत्ता हाई कोर्ट ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बंगाल के कूचबिहार जिले में प्रस्तावित 'रथ यात्रा' को अनुमति देने से इंकार कर दिया है. बीजेपी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तानाशाही का आरोप लगाया. बीजेपी ने कहा कि मुख्यमंत्री तुष्टिकरण की राजनीति में व्यस्त हैं. राज्य सरकार से रथ यात्रा की अनुमति नहीं मिलने के बाद बीजेपी ने कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. पश्चिम बंगाल सरकार ने 'रथ यात्रा' को इंकार करते हुए कहा कि इससे सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो सकता है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, 'तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी तुष्टिकरण की राजनीति में व्यस्त है. सरकार ने इसलिए शाह और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के कार्यक्रम को रद्द कर दिया है.'
पात्रा ने संवावदाताओं से बातचीत के दौरान कहा, हमें अक्सर अनुमति मांगने के लिए अदालत में जाने के लिए मजबूर किया जाता है. न्यायालय हर बार राज्य सरकार को डांटती है, लेकिन वह सबक नहीं सीखती क्योंकि वह अपमान की राजनीति में व्यस्त है. भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष का तीन 'रथ यात्राओं' वाली 'लोकतंत्र बचाओ रैली' की शुरूआत करने का कार्यक्रम था.
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हाई कोर्ट ने कूचबिहार रथयात्रा पर अगली सुनवाई की तारीख 9 जनवरी 2019 तय कर दी है. योजना के मुताबिक, 7 दिसंबर को कूचबिहार से प्रथम रथ यात्रा निकलेगी. 9 दिसंबर को दूसरे चरण की यात्रा गंगासागर से और 14 दिसंबर को तीसरे चरण की रथ यात्रा वीरभूम जिले के तारापीठ से निकलेगी.
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