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शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह और वसुंधरा राजे को मिली नई जिम्मेदारी, बनाए गए BJP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष

नए फ़ैसले के तहत मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ के पुर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की उपाध्यक्ष नियुक्त हुए हैं.

Updated on: 11 Jan 2019, 12:03 AM

नई दिल्ली:

2019 लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एक बड़ा फ़ैसला लिया है. नए फ़ैसले के तहत मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ के पुर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की उपाध्यक्ष नियुक्त हुए हैं. माना जा रहा है कि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में मिली हार से सबक लेते हुए यह फ़ैसला लिया है. पार्टी 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए सभी बड़े नेता को साथ लेकर चलना चाहती है. उन्हें उम्मीद है कि इस फ़ैसले से पार्टी को नई मज़बूती मिलेगी.

पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने बीजेपी की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक की पूर्व संध्या पर ये नियुक्तियां की. राष्ट्रीय परिषद की बैठक में लोकसभा चुनाव प्रचार का एजेंडा रहने की संभावना है. बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव अरुण सिंह ने एक ट्वीट कर कहा कि शाह ने तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को अपना उपाध्यक्ष नियुक्त किया है.

बता दें कि हाल के विधानसभा चुनाव में तीनों को अपने राज्य में हार का सामना करना पड़ा था लेकिन शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश में पिछले 13 साल से मुख्यमंत्री थे जबकि रमन सिंह पिछले 15 साल से राज्य के मुख्यमंत्री थे. वहीं वसुंधरा राजे 2008 से पहले भी राज्य में मुख्यमंत्री रही हैं. ज़ाहिर है सभी नेताओं का अपने अपने क्षेत्र में दबदबा रहा है. ऐसे में  इन नेताओं को राष्ट्रीय स्तर पर ज़िम्मेदारी देने का मतलब है कि अमित शाह 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारी में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं.

इससे पहले बीजेपी पर आरोप लगती रही है कि यह ढाई लोगों की पार्टी है. अमित शाह को उम्मीद है कि इन्हें उपाध्यक्ष पद की ज़िम्मेदारी दने से पार्टी से दूर हो गए कार्यकर्ता एक बार फिर से उनके साथ जुड़ेगें. 

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को तमिलनाडु में पांच जिलों के बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत कहा कि BJP गठबंधन करने के लिए तैयार है और वह अपने पुराने मित्रों के साथ दोस्ती निभाते हुए चलती है. इसी के साथ उन्होंने इस बात के संकेत दे दिए कि BJP लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तमिलनाडु में राजग को मजबूत करना चाहती है.

उन्होंने कहा कि नब्बे के दशक में पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा शुरू की गई 'सफल गठबंधन राजनीति' को याद किया और कहा कि BJP के दरवाजे 'हमेशा खुले हैं.'

उन्होंने कहा, 'बीस साल पहले दूरदर्शी नेता अटलजी भारतीय राजनीति में नई संस्कृति लाए थे जो कि सफल गठबंधन राजनीति की संस्कृति थी. उन्होंने क्षेत्रीय आकांक्षाओं को सर्वाधिक महत्व दिया...अटलजी ने जो रास्ता हमें दिखाया था, BJP उसी पर चल रही है.'

बता दें कि बुधवार को ही राज्यसभा से आर्थिक आधार पर सामान्य वर्ग को आरक्षण देने वाला विधेयक पास हुआ है. वहीं तीन तलाक़ को लेकर मोदी सरकार ने अध्यादेश जारी किया था, यह अलग बात है कि शीतकालीन सत्र के दौरान इसे राज्यसभा से पास नहीं कराया जा सका. 

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बीजेपी द्वारा हाल में लिए गए सभी फ़ैसले दर्शाते हैं कि पार्टी 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर किसी तरह की कोई ढील नहीं देना चाहती.