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GJM से सस्पेंड हुए बिमल गुरुंग, विनय तमांग बने नये प्रेसिडेंट

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) की केंद्रीय समिति ने सोमवार को छह महीने से फरार चल रहे पार्टी प्रमुख बिमल गुरुंग को निलंबित कर उनकी जगह विनय तमांग को नया पार्टी अध्यक्ष चुन लिया है।

Updated on: 20 Nov 2017, 10:52 PM

highlights

  • गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने पार्टी अध्यक्ष बिमल गुरुंग को निलंबित कर उनकी जगह विनय तमांग को बनाया पार्टी प्रेसिडेंट
  • गोरखा आंदोलन के बाद से गुरुंग पिछले छह महीने से फरार हैं, पुलिस ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया हुआ है 

दार्जलिंग:

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) की केंद्रीय समिति ने सोमवार को छह महीने से फरार चल रहे पार्टी प्रमुख बिमल गुरुंग को निलंबित कर उनकी जगह विनय तमांग को नया पार्टी अध्यक्ष चुन लिया है।

जीजेएम के विश्वस्त सूत्र के मुताबिक तमांग को पार्टी प्रमुख बनाने का फैसला पश्चिम बंगाल के उत्तरी पहाड़ी क्षेत्र स्थित दार्जिलिंग जिले के घुम में हुई पार्टी की केंद्रीय समिति की बैठक में लिया गया।

समिति ने गुरुंग के अलावा जीजेएम के 13 अन्य नेताओं को भी निलंबित कर दिया, जिनमें पार्टी महासचिव रोशन गिरी, गुरुं ग की पत्नी व जीजेएम महिला शाखा की अध्यक्ष आशा गुरुंग और महिला नेता सरोज थापा भी शामिल हैं।

बिमल गुरुंग पश्चिम बंगाल पुलिस की ओर से उनके खिलाफ जारी लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद करीब छह महीने से फरार हैं।

जीजेएम की केंद्रीय समिति ने बिमल गुरुंग और रोशन गिरी पर पिछले छह महीने से गोरखालैंड आंदोलन की अगुवाई नहीं करने का आरोप लगाया। कमेटी का कहना कि पार्टी के संविधान में ऐसी निष्क्रियता के लिए इजाजत नहीं है।

सूत्र के मुताबिक कुर्सियांग से जीजेएम नेता अनित थापा को पार्टी का नया महासचिव चुना गया है।

तमांग और थापा को जीजेएम के तत्कालीन प्रमुख गुरुंग ने दार्जिलिंग की पहाड़ियों में अनिश्चितकालीन बंद को वापस लेने के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया था।

लेकिन, अब दोनों पार्टी में महत्वपूर्ण चेहरों के रूप में उभरे हैं और गोरखलैंड आंदोलन की कमान संभाल चुके हैं। पश्चिम बंगाल सरकार से समझौता वार्ता में भी दोनों नेता अपनी भूमिका निभा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) में प्रशासक मंडल का गठन किया है। दार्जिलिंग की पहाड़ियों में चल रहे विवाद का हल निकालने के लिए गठित इस प्रशासक मंडल में तमांग को अध्यक्ष और थापा को उपाध्यक्ष बनाया गया है।

दोनों नेताओं ने कई बार पहाड़ी क्षेत्र के लोगों और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच द्विपक्षीय बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडलों की अगुवाई की है। इनकी अगले दौर की बातचीत 21 नवंबर को होने वाली है।

जीजेएम केंद्रीय समिति ने पार्टी की अगली बैठक दिसंबर के दूसरे सप्ताह में करने की भी घोषणा की है, जिसमें जीजेएम में रिक्त कई पदों पर नेताओं का चयन किया जाएगा।

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