logo-image

बिहार सरकार ने भी पेट्रोल और डीजल के दामों में की कटौती, जानें नई दरें

केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल के दाम में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती के बाद बिहार सरकार ने भी पेट्रोल के दामों को 2.52 रुपये और डीजल में 2.55 रुपये प्रति लीटर घटा दिया है.

Updated on: 05 Oct 2018, 08:22 PM

पटना:

केंद्र सरकार द्वारा आगामी विधानसभा चुनावों से ठीक पहले गुरुवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती के बाद बिहार सरकार ने भी पेट्रोल के दामों को 2.52 रुपये और डीजल में 2.55 रुपये प्रति लीटर घटा दिया है. नीतीश सरकार ने शुक्रवार को पेट्रोल पर वैट की दर को 26 फीसदी से घटाकर 22.20 फीसदी कर दी वहीं हाई स्पीड डीजल पर वैट दर 19 फीसदी से घटाकर 15 फीसदी कर दी गई. घटाई गई कीमतें रात शुक्रवार रात 12 बजे से लागू हो जाएगी. इससे पहले दिन में तेल की कीमतों में कमी नहीं करने को लेकर बिहार में विपक्षी पार्टियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधना शुरू कर दिया था.

केंद्र सरकार की अपील के बाद गुरुवार को ही बीजेपी शासित राज्य महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, असम और त्रिपुरा ने तेल के दाम पर वैट में 2.5 फीसदी की कटौती करने का ऐलान किया था. महाराष्ट्र में सिर्फ पेट्रोल पर वैट घटाया गया जबकि झारखंड सरकार ने सिर्फ डीजल पर वैट में कटौती की है.

वहीं शुक्रवार को चंडीगढ़ प्रशासन ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 1.50 रुपये प्रति लीटर के कटौती की. नई कीमतें आधी रात के बाद लागू हो जाएगी.

बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की थी. उन्होंने अन्य राज्यों से भी तेल में वैट कटौती कर प्रति लीटर 2.50 रुपये राहत देने की अपील की थी. जेटली ने कहा था कि उत्पाद कर (एक्साइज टैक्स) में 1.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई है, जबकि तेल विपणन कंपनियों को एक रुपये प्रति लीटर का दबाव वहन करना होगा.

केंद्र सरकार द्वारा उत्पाद कर में कटौती की नई घोषणा से पूर्व पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 19.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर उत्पाद शुल्क 15.33 रुपये प्रति लीटर था.

और पढ़ें : बिहार: विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर सियासत गरमाई, NDA में सामने आई दरार, BJP-JDU आमने सामने

गौरतलब है कि इस साल देश में पेट्रोल और डीजल के दाम अब तक के उच्चतम स्तर पर चली गई और लगातार अपने रिकॉर्ड को तोड़ते जा रही थी. सरकारी तेल कंपनियां पिछले साल (2017) जून से रोजाना तेल के दामों को निर्धारित कर रही हैं.

और पढ़ें : बिहार सरकार ने मीटिंग के दौरान मोबाइल फोन लाने पर लगाया प्रतिबंध

भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अलग-अलग राज्यों के वैट (वैल्यू एडेड टैक्स) दरों के कारण अलग-अलग हैं. मेट्रो शहरों (दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई) में तेल की कीमतों ने लोगों को परेशान कर रखा था. मुंबई में पेट्रोल की कीमतें 91 रुपये प्रति लीटर को पार कर गई थी.

देश की अन्य ताज़ा खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... https://www.newsnationtv.com/india-news