नीतीश कुमार ने संघ प्रमुख मोहन भागवत का किया बचाव, कहा- सेना का नहीं किया अपमान
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के संघ के स्वयं सेवकों की तीन दिन में सेना तैयार करने संबंधी बयान का बचाव किया।
नई दिल्ली:
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के संघ के स्वयं सेवकों की तीन दिन में सेना तैयार करने संबंधी बयान का बचाव किया। नीतीश ने कहा कि अगर कोई नागरिक या नागरिक संगठन देश की सीमा की सुरक्षा के लिए अपनी तत्परता दिखाता है तो यह ठीक है।
गौरतलब है कि संघ प्रमुख भागवत ने रविवार को बयान दिया था कि 6 महीने में सेना जितने सैन्यकर्मी तैयार कर सकती है जरूरत पड़ने पर संघ तीन दिन में तैयार कर देगा।
नीतीश ने बचाव करते हुए कहा,' अगर कोई नागरिक या नागरिक संगठन देश की सीमा की सुरक्षा के लिए अगर अपनी तत्परता दिखाता है तो इसमें कुछ गलत नहीं है। उन्होंने सेना का अपमान नहीं किया है।'
नीतीश ने आरजेडी प्रमुख लालू यादव द्वारा राज्य और केंद्र सरकार पर चारा घोटाला में 'फंसाए' जाने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इसमें उनकी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोई भूमिका नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘20 साल पुराने मामले में आज सजा हो रही है। अदालत में सुनवाई चल रही है। सीबीआई ने जांच की है और इसमें उनकी और मोदी की कोई भूमिका कैसे हो सकती है।’
उन्होंने कहा, ‘न्यायपालिका के निर्णय पर मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकता हूं। इतनी प्रमुखता से इन मुद्दों को जगह नहीं देनी चाहिए।’
बिहार में बीजेपी के साथ पुनः गठबंधन के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा,‘पहले जो महागठबंधन बना था, उस दौरान भी मैंने भ्रष्टाचार से समझौता नहीं करने की बात कही थी। हमारी प्रतिबद्धता सुशासन के प्रति है, पहले भी थी और आज भी है। जनता की सेवा के लिए हमारे नेतृत्व में जनादेश मिला है।’
चुनाव आयोग द्वारा आरोपित लोगों के चुनाव नहीं लड़ने के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दो साल की सजा पाने वाले लोग पहले से ही चुनाव में भाग लेने से वंचित हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव से संबंधित अन्य चीजों पर विचार के लिए संसद है, यह केंद्र का विषय है। अगर इन सब चीजों में राज्य की राय मांगी जाएगी तो उस पर सुझाव देंगे।
बिहार में कानून व्यवस्था के बदतर होने के विपक्ष के आरोप पर मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा एक लाख की जनसंख्या पर जो अपराध के आंकड़े जारी किए गए हैं, उसमें बिहार का स्थान 22वां है। स्थिति में सुधार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दहेज हत्या और महिलाओं पर अपराध के मामले में बिहार की स्थिति उतनी अच्छी नहीं चल रही है, इसमें सुधार के लिए बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ अभियान चलाया है।
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बिहार में होने वाले लोकसभा और विधानसभा की तीन सीटों के लिए आगामी 11 मार्च को होने वाले उपचुनाव में जेडीयू के हिस्सा नहीं लेने के संबंध में नीतीश ने कहा कि राज्य की पार्टी इकाई का यह नीतिगत फैसला है कि मौजूदा सदस्य की मृत्यु से रिक्त होने के कारण खाली हुई सीटों के उपचुनाव में हम हिस्सा नहीं लेंगे।
देश में बढ़ती बेरोजगारी से संबंधित सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने कौशल विकास कार्यक्रम चलाया है और रोजगार उपलब्धता के बारे में कहा है। मोदी जी चार साल से काम कर रहे हैं। अनावश्यक चीजों पर चर्चा नहीं होनी चाहिए, तथ्य और नीतियों पर बात होनी चाहिए।
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