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BHU हिंसा: कुलपति जीसी त्रिपाठी दिल्ली तलब, कमीश्नर ने सौंपी रिपोर्ट, विश्वविद्यालय को ही पाया ज़िम्मेदार

बीएचयू मामले में वाराणसी के कमीश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने बनारस की काशी हिन्दू विश्वविद्यालय घटना की जांच पूरी कर रिपोर्ट शासन को सौंप दी है।

Updated on: 26 Sep 2017, 04:09 PM

नई दिल्ली:

बीएचयू के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी को मानव संसाधन मंत्रालय ने दिल्ली तलब किया है। इसके अलावा मंत्रालय ने बीएचयू मामले की मजिस्ट्रेट जांच कराने की भी बात कही है।

माना जा रहा है कि मंत्रालय बीएचयू बवाल के बाद विश्वविद्यालय के कुलपति जीसी त्रिपाठी को लंबी छुट्टी पर भेजने की तैयारी कर रहा है। 

इस बीच यूपी की बनारस स्थित बीएचयू में 23 सितंबर की रात छात्राओं के छेड़खानी के विरोध प्रदर्शन पर पुलिसिया लाठीचार्ज पर हुई सरकार की फजीहत से माहौल तनावपूर्ण है।

बनारस के कमीश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने बीएचयू में हुई इस बर्बर घटना की जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। 

अपनी रिपोर्ट में बनारस के कमीश्नर घटना के लिए यूनिवर्सिटी को ज़िम्मेदार माना है और कहा है कि विश्वविद्यालय ने शिकायतकर्ता छात्राओं की स्थिति को संवेदना के साथ नहीं संभाला।

इस बीच न्यूज़ नेशन के संवाददाता ने बीएचयू में हुए छात्राओं के विरोध प्रदर्शन पर पुलिसिया लाठीचार्ज के बाद मौजूदा स्थिति का जायजा लिया तो हालत बेहद ख़राब दिखे।

हालांकि इस मामले में जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय दोनों ही हाई लेवल जांच की बात कर रहे है पर बावजूद इसके 21 सितंबर की शाम छात्रा से छेड़छाड़ के बाद पैदा हुए सारे बवाल के बाद अभी भी वहाँ छात्राओं की सुरक्षा के कोई बंदोबस्त नही है।

प्रोक्टोरियल गार्ड के लिए बने शेड में कोई गार्ड नहीं है रास्तों में लाइट कम है और उसी जगह धरना दे रहे छात्र और छात्राओं का कहना है कि इतने हंगामे के बाद भी उनकी सुरक्षा की दृष्टि से बीएचयू में कुछ भी नहीं बदला है।

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