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बीएचयू हिंसा: बवाल के बाद फिर से खुला विश्वविद्यालय, सुरक्षा व्यवस्था बढ़ी

बीएचयू में मचे बवाल के बाद दशहरा की छुट्टियां जल्द कर दी गई थीं। इसी बीच इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज वी.के. मिश्रा की अध्यक्षता में न्यायिक जांच समिति भी आज से ही अपनी जांच शुरू करेगी।

Updated on: 03 Oct 2017, 02:06 PM

नई दिल्ली:

23 सितम्बर को मचे बवाल के बाद बनारस हिंदू विश्वविद्यालय आज फिर से खुल गया है। आपको बता दें कि बीएचयू में हिंसा की वजह से काफी बवाल हुआ जिस कारण दशहरे की छुट्टियां जल्दी कर दी गई थीं। इस बीच इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज वी.के. मिश्रा की अध्यक्षता में न्यायिक जांच समिति ने भी आज से अपनी जांच की शुरूआत कर दी है।

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि अगर कोई भी अपना बयान दर्ज कराना चाहता है तो वह एलडी गेस्ट हाउस में आज 11 बजे से बयान दर्ज करा सकता है। यूनिवर्सिटी के खुलने के साथ बीएचयू में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।

इसी संबंध में सोमवार को चीफ प्रॉक्टर रोयाना सिंह ने एक बैठक ली और चौकसी बरतने के निर्देश भी दिए।

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इससे पहले छेड़छाड़ की कथित घटना के खिलाफ पिछले महीने प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों से निपटने के तरीकों को लेकर आलोचना का सामना कर रहे काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी निजी कारणों का हवाला देते हुए ‘अनश्चितकालीन छुट्टी’ पर चले गए।

बीएचयू के अधिकारियों ने बताया कि त्रिपाठी‘अनिश्चितकालीन अवकाश’ पर चले गए हैं, हालांकि उनका कार्यकाल 30 नवंबर तक है। हालांकि, प्रोफेसर त्रिपाठी ने पहले ही साफ कर दिया था कि अगर उन्हें छुट्टी पर जाने के लिए कहा जाता है तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।

ऐसे में ये माना जा रहा है कि दबाव में उन्हें न चाहते हुए भी ऐसा कदम उठाना पड़ा वहीं, मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि मंत्रालय ने कुलपति (वीसी) को छुट्टी पर जाने को नहीं कहा है और यह एक ‘निजी फैसला’ है।

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