logo-image

बिहार: भागलपुर दंगे में बेटे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट पर बिफरे अश्विनी चौबे, कहा- क्यों करेगा सरेंडर

केंद्रीय मंत्री ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे बेटे ने कोई गंदा काम नहीं किया, एफआईआर तो झूठ का पुलिंदा है उसपे क्यों सरेडर करेगा?

Updated on: 25 Mar 2018, 11:47 PM

नई दिल्ली:

भागलपुर में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे के ख़िलाफ़ कोर्ट द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी होने पर मंत्री ने कहा कि उसने कोई गंदा काम नहीं किया है, इसलिए वो सरेंडर क्यों करेगा?

केंद्रीय मंत्री ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा, 'मेरे बेटे ने कोई गंदा काम नहीं किया। एफआईआर तो झूठ का पुलिंदा है उसपे क्यों सरेडर करेगा? अर्जित कहीं छुपा हुआ नहीं है। वो आज अपने गांव भी गया और भगवान राम की आरती भी उतारी।'

बता दें कि 17 मार्च को बिहार के भागलपुर जिले के नाथनगर में हिंदू नववर्ष जुलूस के दौरान उपद्रव मामले में पुलिस ने बक्सर के सांसद अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

पुलिस ने आशंका जताई कि जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने 'भड़काऊ' नारे लगाए जिसकी वजह से हिंसा भड़की। इस जुलूस के बाद भागलपुर के नाथनगर इलाके में साम्प्रदायिक तनाव फैल गया था। वहां अभी भी हालात सामान्य नहीं हुए हैं।

रामनवमी की वजह से जिला प्रशासन ने करीब 400 स्थानों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बल की तैनाती की थी। अर्जित चौबे साल 2015 में भागलपुर विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं।

और पढ़ें- भागलपुर में दंगों पर नियंत्रण के लिये भेजे गए 200 केंद्रीय सुरक्षा बल