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वाराणसी: जन्म से पहले मार दी गयी बेटियों का पिंड दान

वाराणसी में संतोष ओझा नाम के एक शख्श ने दशाश्वमेघ घाट पर ऐसी 5001 बेटियों का पिंड दान किया जिन्हें जन्म से पहले ही मां की कोख में मार दिया गया।

Updated on: 05 Oct 2017, 12:01 PM

नई दिल्ली:

पितृपक्ष का समय चल रहा है इन दिनों लोग अपने पूर्वजो की आत्मा की शांति के लिए लगातार पिंड दान कर रहे है। पितरों को मोक्ष मिले इसलिए पंडितों को दान दे रहे है। लेकिन वाराणसी में एक इंसान ऐसा है जो गर्भ में मारी गयी बेटियों का पिंड दान कर रहा है।

धर्म नगरी वाराणसी में संतोष ओझा नाम के एक शख्श ने दशाश्वमेघ घाट पर मातृ नवमी के दिन ऐसी 5001 बेटियों का पिंड दान किया जिन्हें जन्म से पहले ही मां की कोख में मार दिया गया। संतोष ने ये पिंड दान उन बच्चियों के पिता के तौर पर किया।

अब तक 15500 बेटियों का पिंड दान कर चुके डॉ संतोष ओझा कन्या भ्रूण हत्या को समाज से मिटाने का संकल्प लिए हुए है। उनका कहना है कि लोग अपने पितरों का पिंडदान करते है पर इन्हे भूल जाते है कि वो भी इन्ही का हिस्सा थी इसलिए आज उन्हें याद करते हुए हम ये पिंड दान करते है और इसके साथ ये संकल्प भी दिलवाते है की न भ्रूण हत्या करेंगे और न करने देंगे ये महापाप है।

एक ओर 'बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ' की मुहीम घर घर तक अपनी जगह बना रही है वहीं दूसरी तरफ लोगों की ऐसी अनोखी पहल भी बेटियों को बचाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।

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