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बालाकोट Air Strike पर सबूत मांगने वाले इन 4 तस्वीरों से चारों खाने हुए चित

पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना के द्वारा की गई इस कार्रवाई पर विपक्षी दलों ने सरकार से सबूत मांगने शुरू कर दिए थे, इन तस्वीरों के जारी होने के बाद उन्हें करारा जवाब मिला है.

Updated on: 06 Mar 2019, 05:39 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी कैंपों पर भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक के बाद देश के अंदर उठ रहे सवालों को अब पुख्ता जवाब मिल गया है. न्यूज नेशन ने वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के ट्रेनिंग कैंपों पर किए गए एयरस्ट्राइक की एक्सक्लुसिव तस्वीरें जारी की है जो बताता है कि आतंकी ठिकानों को बुरी तरीके से तबाह किया गया था. पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना के द्वारा की गई इस कार्रवाई पर विपक्षी दलों ने सरकार से सबूत मांगने शुरू कर दिए थे, इन तस्वीरों के जारी होने के बाद उन्हें करारा जवाब मिला है. अंतरराष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्ट्स के आधार पर विपक्षी दलों ने कहा था कि अगर वहां कोई भी आतंकी मारे गए हैं तो सरकार को उसका आंकड़ा जारी करे. इससे पहले कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस कार्रवाई के जरिये सरकार पर राजनीति करने के आरोप भी लगाए थे.

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट में कहा था, 'क्या है बालाकोट बमबारी का सच. हमें हमारी सेना पर उनकी बहादुरी पर गर्व है और पूरा विश्वास है. सेना में मैंने मेरे अनेकों परिचित व निकट के रिश्तेदारों को देखा है कि किस प्रकार वे अपने परिवारों को छोड़कर हमारी सुरक्षा करते हैं. हम उनका सम्मान करते हैं. किन्तु पुलवामा दुर्घटना के बाद हमारी वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद कुछ विदेशी मीडिया में संदेह पैदा किया जा रहा है, जिससे हमारी भारत सरकार की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहा है.'

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था, 'विपक्ष होने के नाते हम एयर स्ट्राइक की जानकारी जानना चाहते है. बम कहां गिराए थे? कितने लोग मारे गए? मैं अंतरराष्ट्रीय मीडिया में खबरें पढ़ रही थी उसमें कहा गया कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है. कुछ मीडिया हाउस ने कहा कि एक की मौत हुई. हम इसपर पूरी जानकारी जानना चाहते हैं.'

वहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि यह चौंकाने वाला है जो बालाकोट हमले की सत्यता पर सवाल उठा रहे हैं उसे देशद्रोही कहा जा रहा है. महबूबा ने ट्वीट कर कहा, 'इस देश के नागरिक होने के नाते, बालाकोट ऑपरेशन की विश्वसनीयता पर सवाल करने का हर अधिकार हमारे पास है. खासकर जानकारी के बारे में भारत सरकार की अस्पष्टता के कारण. यह शत्रुओं को कैसे मदद करेगा? यह भारत सरकार को बुरा फंसाती है क्योंकि वे इससे सिर्फ चुनावी लाभ के लिए फायदा उठाना चाहते हैं.'

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा था, 'सेना झूठ नहीं बोल सकती, बीजेपी झूठ बोल रही है. सारा देश सेना के साथ है, लेकिन बीजेपी सेना के खिलाफ. यही सेना भी कह (एयरस्ट्राइक का मकसद संदेश देना था) रही है. लेकिन अमित शाह कह रहे हैं कि सेना झूठ बोल रही है, 250 मरे थे. अमित शाह सेना को झूठा बोल रहे हैं. देश ये किसी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगा.'

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह ने वायुसेना की सर्जिकल स्ट्राइक को झूठा करार दिया है. हालांकि उन्होंने सेना के जवानों को सलाम किया है, लेकिन कहा कि बीजेपी झूठ बोलने वाली पार्टी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पाकिस्तान से बात करके वहां खाली मकान पर बम गिराया है. सर्जिकल स्ट्राइक में कोई आतंकी नहीं मारा गया है.