logo-image

राम मंदिर निर्माण के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे शिवसेना और VHP कार्यकर्ता, किले में तब्दील अयोध्या, सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम

राम मंदिर को लेकर सियासत तेज़ हो गई है. अयोध्या किले में तब्दील हो चुका है और सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम कर दिए गए है.

Updated on: 25 Nov 2018, 12:13 AM

नई दिल्ली:

राम मंदिर को लेकर सियासत तेज़ हो गई है. अयोध्या किले में तब्दील हो चुका है और सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम कर दिए गए है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शनिवार को अपनी पत्नी रश्मि और बेटे आदित्य के साथ भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होंने अपने परिवार के साथ पूजा-अर्चना की. इस दौरान शिवराज ने बीजेपी पर सवाल दागे. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह जानना चाहते है कि वास्तव में राम मंदिर का निर्माण कब शुरू होगा?

उन्होंने आगे कहा, जब बीजेपी को केंद्र में बहुमत हासिल है और पार्टी किसी भी प्रकार की गठबंधन बाधाओं से बंधी हुई नहीं है. उन्होंने कहा, 'मंदिर वहीं बनाएंगे, पर डेट नहीं बताएंगे. पहले ये बताइए आप (बीजेपी) मंदिर का निर्माण कब करेंगे. तब हम बातचीत करेंगे.'

उन्होंने कहा कि वह रविवार को रामलला के दर्शन के लिए काफी उत्सुक हैं. ठाकरे ने कहा, 'भव्य राम मंदिर का निर्माण आस्था से जुड़ा मामला है जिसका फैसला अदालत में नहीं हो सकता.' उन्होंने मोदी सरकार को मंदिर के पक्ष में कानून लाने और इसके लिए समर्थन देने के लिए कहा.

उन्होंने मोदी के '56 इंच का सीना' पर निशाना साधते हुए कहा कि यह बेकार है अगर इसमें राम मंदिर निर्माण की क्षमता नहीं है. उन्होंने बीजेपी नेताओं पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए 'कुंभकरण' कहा जो पिछले चार वर्षो से सो रहा है.

शिवसेना प्रमुख अपनी पत्नी रश्मि और बेटे आदित्य के साथ चार्टड विमान से हवाईअड्डे आये. शिवसेना कार्यकर्ताओं ने उद्धव और उनके परिवार का जय भवानी, जय शिवजी नारों के साथ स्वागत किया. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने लक्ष्मण किला मैदान में पार्टी द्वारा आयोजित समारोह में भाग लिया और पूजा-अर्चना की. शनिवार को उद्धव ठाकरे ने अपनी पत्नी और बेटे के साथ सरयू नदी के किनारे महाआरती की. इस दौरान बड़ी संख्या में साधु-संत भी मौजूद रहे.

अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम 

अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और भारी पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है. रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद्, शिवसेना और अन्य रैलियों के मद्देजर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किये गए हैं. लखनऊ में पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अयोध्या में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी, एक उप पुलिस महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 क्षेत्राधिकारी, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबिल, पीएसी की 42 कंपनी, आरएएफ की पांच कंपनियां तैनात की गई हैं. इसके अलावा, एटीएस के कमांडो और ड्रोन कैमरे भी निगरानी के लिए तैनात किए गए हैं.

और पढ़ें: मध्य प्रदेश में बोले योगी आदित्यनाथ, कांग्रेस को अली मुबारक, हमारे लिए बजरंग बली पर्याप्त

विहिप का धर्म संसद
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) भी रविवार को राम मंदिर के जल्द से जल्द निर्माण की मांग के लिए 'धर्म संसद' का आयोजन करने वाली है. पुलिस का कहना है कि लाखों लोगों कि अयोध्या आने की संभावना है. यूपी सरकार ने पुलिस और जिला प्रशासन से अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है. राज्य सरकार ने पीएसी (प्राविंसियल आम्र्ड कांस्टेबुलरी) की संख्या 20 से बढ़ाकर 48 कर दी है. 

जनवरी तक टली सुनवाई

मालूम हो कि पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले की सुनवाई अगले साल जनवरी तक टाल दी है, जिसके बाद राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ(आरएसएस), विश्व हिंदू परिषद(विहिप) और शिवसेना ने सरकार पर कानून लाने का दबाव बनाया.