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राम मंदिर विवाद सुलझाने की पहल, सीएम योगी, कटियार समेत सभी पक्षकारों से श्री श्री ने की मुलाकात

16 दिसंबर को अयोध्या दौरे से पहले ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और धार्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने सीएम योगी आदित्यनाथ समेत सभी पक्षकारों से की मुलाकात ।

Updated on: 16 Nov 2017, 12:23 AM

highlights

  • राम मंदिर विवाद सुलझाने की श्री श्री की पहल, सभी पक्षकारों से की मुलाकात
  • श्री श्री ने सीएम योगी से उनके सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग पर मुलाकात की
  • कहा- मध्यस्थता करने वाले प्रस्ताव लेकर नहीं जाते, सभी पक्षों से खुले दिल से की बातचीत

 

नई दिल्ली:

अयोध्या राम मंदिर विवाद को सुलझाने में लगे ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने इस सिलसिले में आज (बुधवार) यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।

यह मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है। अयोध्या विवाद को सुलझाने की दिशा में श्री श्री का यह महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस मुलाकात के बाद रविशंकर ने कहा, 'औपचारिक मुलाकात के लिए आया था, मुख्यमंत्री से मुलाकात अच्छी रही, किसानों के मुद्दे पर बात हुई।'

इसके अलावा राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मामले पर बोलते हुए उन्होंने कहा, 'अभी कोई प्रस्ताव नहीं भेजा है पक्षकारों को।' वहीं, गुरुवार (16 नवंबर) को श्री श्री रविशंकर अयोध्या दौरे पर जा रहे हैं। जहां वो रामलला के दर्शन करेंगे। इसी के साथ आज दिनभर श्री श्री का बातों और मुलाकातों का दौर जारी रहा।

इस बीच श्री श्री ने कहा, 'मध्यस्थता करने वाले कोई प्रस्ताव लेकर नहीं जाते हैं और अभी सभी पक्षों से खुले दिल से बातचीत हो रही है।' लखनऊ में बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद श्री श्री दोपहर में डालीगंज इलाके में पत्रकारों से बात कर रहे थे।

अयोध्या दौरे के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, 'अयोध्या में वे सभी साधु-संतों से मिलेंगे।' वहीं, सुलह के फार्मूले पर पूछे गए सवाल में उन्होंने कहा, 'उनकी कोशिश है कि सौहार्द्र कायम हो। अभी सुन्नी वक्फ बोर्ड से बात नहीं हुई है।'

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इससे पहले श्री श्री से मिलने आए रसिक पीठाधीश्वर महंत जनमेजय शरण ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई से पहले अयोध्या विवाद सुलझाने का पूरा प्रयास हो रहा है। यहां चक्रपाणि महाराज भी मिलने के लिए पहुंचे।

वहीं आर्ट ऑफ लिविंग के प्रवक्ता गौतम विज ने पत्रकारों से कहा, 'अभी कोई फार्मूला श्री श्री रविशंकर ने पेश नहीं किया है। अभी सभी सम्बन्धित पक्षों से बातचीत हो रही है।'

इससे पहले श्री श्री ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। उनके सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग पर हुई इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। मुलाकात के दौरान अयोध्या में राम मंदिर मुद्दे पर उनसे चर्चा की गई।

मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद श्री श्री पंडित अमरनाथ मिश्र के आवास पर मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करने चले गए। वहां उन्होंने कुछ मुस्लिम संगठनों से मुलाकात की।

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गौरतलब है कि अमरनाथ मिश्र रामजन्मभूमि न्यास परिषद के महामंत्री हैं। श्री श्री अयोध्या जाएंगे, जहां वह अयोध्या विवाद से जुड़े सभी पक्षकारों से मिलकर सुलह की योजना साझा करेंगे। इसके अलावा वह मुस्लिम समाज से भी मुलाकात करेंगे। वह मंत्री मोहसिन रजा से भी मुलाकात करेंगे।

श्री श्री रविशंकर ने मुस्लिम पक्षकारों शिया मौलाना यासूब अब्बास और सुन्नी मौलाना राशिद फिरंगी महली से फोन पर बात की। दोनों धार्मिक गुरुओं का कहना है कि पहले श्री श्री रविशंकर यह बताएं कि विवाद सुलझाने के लिए उनके पास क्या फॉर्मूला है। 

इसके बाद समझौता वार्ता के प्रभारी अमरनाथ मिश्र के घर श्री श्री रवि शंकर से मिलने बीजेपी सांसद विनय कटियार भी पहुंचे। इस बीच अमरनाथ मिश्रा ने कहा, ' जब तक भूमि पूजन नहीं होता। ये प्रयास जारी रहेगा।'

उन्होंने कहा, 'मंदिर वहीं बनेगा जहाँ राम लला विराजमान है। क़ुरान की रोशनी में ये काम मुसलमान करेंगे। जन्म भूमि पर ही मंदिर बनेगा । राम लला को वहां से हटने नहीं देंगे।'

इस बैठक में मौलाना ख़ालिद मोहम्मद यूसुफ़ अज़ीज़ी, चेयरमेन ऑल इंडिया क्वोरा काउंसिल भी बैठक में मौजूद थे। इसके अलावा निर्मोही अखाड़े के राजा राम चंद्र महाराज भी श्री श्री से मिले।

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वहीं, दिगम्बर अखाड़े के महंत सुरेश दास ने भी श्री श्री से मुलाकात की और वार्ता के बाद बोले, 'श्री श्री की पहल अच्छी है, हम लोग संतुष्ट है।'

मुलाकात के बाद विनय कटियार ने कहा, 'अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हमलोग, हाइकोर्ट ने राम जन्म भूमि मानकर कर दिया बंटवारा। अब लड़ाई राम जन्म भूमि की नहीं उसके बंटवारे के खिलाफ है। आपसी भाईचारे से हल निकालना सर्वोत्तम है।'

उन्होंने कहा, 'श्री श्री और चक्रपाणि महाराज सकारात्मक प्रयास कर रहे हैं। राम मंदिर को लेकर शिया वक्फ बोर्ड का ही प्रस्ताव व्यवहारिक है।'

वहीं, हिन्दु महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज ने कहा, 'श्री श्री रविशंकर द्वारा किये जा रहे प्रयास से सफलता मिलेगी। राम जन्म भूमि पर ही मंदिर का निर्माण होगा जबकि मस्जिद के निर्माण पर अलग से बात होगी।'

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अयोध्या मामले में मध्यस्थता कर रहे अमरनाथ मिश्रा ने कहा है, 'राम लला जहां विराजमान हैं वहां भव्य मंदिर ही बनेगा। आरएसएस, विहिप, शिवसेना, हिन्दुमहासभा की देखरेख में मंदिर बनना चाहिए। इस समन्वय समिति के मुख्य प्रेणास्रोत श्री श्री रविशंकर होंगे। राम मंदिर राम लला के ही स्थान पर बनेगा।'

उन्होंने कहा, 'अयोध्या में मस्जिद बनाने के लिए मुस्लिम पक्षकारों को अलग जगह तय करना चाहिए।'

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