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अयोध्या: बाल-बाल बचे उद्धव ठाकरे, टेक ऑफ के वक्‍त रनवे पर आ गई नीलगाय

रामलला के दर्शन करने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए शिवसेना सुप्रीमो ने कहा कि इस मामले में किसी को भी हिंदुओं की भावनाओं के साथ नहीं खेलना चाहिए.

Updated on: 25 Nov 2018, 05:59 PM

नई दिल्ली:

अपने दो दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे एक हादसे में बाल-बाल बच गए. दरअसल वो यहां राम मंदिर के निर्माण और धर्म संत की सभा में शामिल होने के बाद मुंबई के लिए रवाना होने वाले थे इस दौरान उनका प्लेन टेकऑफ करने वाला ही था कि अचानक रनवे पर सामने से नील गाय आ गई. हालांकि उनका विमान सुरक्षित रवाना हो गया लेकिन इस तरह की लापरवाही से कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था.

बता दें कि उत्तर प्रदेश में यहां भव्य राम मंदिर के निर्माण को लेकर केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर दबाव बढ़ाते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि अगर नरेंद्र मोदी सरकार इसे लेकर अगर इस बार दुविधा में रही तो वह 2019 में सत्ता में नहीं आ पाएगी. उन्होंने कहा, 'सरकार बने या न बने, मंदिर जरूर बनना चाहिए.'

रामलला के दर्शन करने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए शिवसेना सुप्रीमो ने कहा कि इस मामले में किसी को भी हिंदुओं की भावनाओं के साथ नहीं खेलना चाहिए.

शिवसेना प्रमुख ने फिर दोहराया कि उनकी पार्टी अयोध्या में भव्य राम मंदिर के जल्द निर्माण को लेकर प्रतिबद्ध है और कहा कि केंद्र सरकार को मंदिर निर्माण के लिए विधेयक या अध्यादेश लाना चहिए, उनकी पार्टी इसके लिए पूरा समर्थन करेगी.

ठाकरे ने कहा कि जब उन्होंने रामलला की मूर्ति के सामने प्रार्थना की तो उन्हें आत्म शांति मिली लेकिन उन्हें ऐसा लगा जैसे वह किसी जेल का दौरा कर रहे हों.

उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से भी भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि कुछ लोग चुनाव के दौरान 'राम-राम' का जाप करते हैं लेकिन उसके बाद आराम मोड में चले जाते हैं.

उद्धव ने कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने भी कहा था कि हिंदुओं पर अब और अत्याचार नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार करना चाहती है तो उसे भगवान राम के अनुयायियों को स्पष्ट रूप से यह बात कहनी चाहिए.

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उद्धव ने अपनी बात करते हुए आगे कहा कि अगर मामला अदालत के पास ही है तो चुनाव के प्रचार में उसका इस्तेमाल न किया जाए. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो जनता को बता दो कि भाईयों और वहनों हमें माफ करों यह भी हमारा एक चुनावी जुमला था. आगे उद्धव ने कहा कि हिंदुओं और उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ न करें यही कहने में यहां आया हूं.

उन्होंने कहा कि कल मैंने जिस संत से मिल कर उनका आर्शिवाद लिया था. मैंने उनको बताया कि मैं जो यहां करने आया हूं वह आप सभी के आर्शिवाद के बिना नहीं कर सकता. उद्धव ने कहा मेरा यहां आने का कोई गुप्त ऐजेंडा नहीं है. मैं वस यहां अपनी भावनाएं भारतीय और हिन्दुओं के प्रति व्यक्त करने आया हूं.