logo-image

वाजपेयी के NDA में शामिल होने के न्यौते को शरद पवार ने ठुकरा दिया था: प्रफुल्ल पटेल

प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि 1999 में जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तो उन्होंने एनसीपी प्रमुख शरद पवार को एनडीए में शामिल होने को कहा था।

Updated on: 06 Nov 2017, 11:50 PM

highlights

  • पटेल ने कहा- शरद पवार ने विनम्रता से वाजपेयी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था
  • पटेल ने कहा कि शरद पवार ने हमेशा बीजेपी सरकार के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है

नई दिल्ली:

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने सोमवार को कहा कि 1999 में जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तो उन्होंने एनसीपी प्रमुख शरद पवार को एनडीए में शामिल होने को कहा था। लेकिन पवार ने विनम्रता से उनके इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।

पटेल ने कहा, 'पवार ने बीजेपी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने के ऑफर को ठुकरा दिया था, क्योंकि उन्होंने महसूस किया कि उनकी विचारधारा वाजपेयी के साथ नहीं मिलती है।'

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में एनसीपी की दो दिवसीय संवाद सत्र (चिंतन बैठक) में बोलते हुए प्रफुल्ल पटेल ने कहा, '1999 में वाजपेयी ने पवार साहब को एनडीए में शामिल होने का न्यौता दिया, लेकिन उन्होंने इस ऑफर को ठुकरा दिया था।'

पटेल मे कहा कि कई नेताओं जैसे फारूक अब्दुल्ला, ममता बनर्जी, एम करुणानिधि, नीतीश कुमार, नवीन पटनायक और राम विलास पासवान भी उस समय एनडीए में शामिल हुए थे, लेकिन अब उनमें से अधिकतर सत्ताधारी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं।

पटेल ने कहा, 'कई नेता वाजपेयी सरकार में शामिल होने को तैयार थे, लेकिन पवार साहब ने उनके न्यौते को ठुकरा दिया था। क्योंकि उनके अनुसार उनकी विचारधारा वाजपेयी सरकार से नहीं मिलती थी।'

पटेल ने कहा, 'क्या हमलोग गठबंधन में शामिल हुए थे? किसी ने भी उस वक्त आपत्ति दर्ज नहीं कराए और कहा कि हमलोगों ने उनसे हाथ मिलाया, जो कि धर्मनिरपेक्ष नहीं हैं।'

और पढ़ें: रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के अरुणाचल दौरे से चिढ़ा चीन

पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अगर इस 76 वर्षीय अनुभवी नेता ने उस प्रस्ताव को स्वीकार किया होता, तो वाजपेयी सरकार में तत्कालीन गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी के साथ नंबर दो के पोजिशन पर होते।

पार्टी कार्यकर्ताओं को अगले चुनाव की तैयारियों पर बोलते हुए प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि 2019 का साल एनसीपी का होगा। उन्होंने कहा कि यह पवार साहब का साल होगा।

पटेल ने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी नेतृत्व वाली सरकार में शिवसेना के बदले एनसीपी के शामिल होने के अफवाहों पर पार्टी कार्यकर्ताओं को ध्यान नहीं देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि शरद पवार ने हमेशा बीजेपी सरकार के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और शरद पवार के बीच मिलनसारी रिपोर्ट पर एनसीपी नेता ने कहा, 'यह मोदी ही हैं जो हमेशा कहा करते हैं कि पवार साहब ने उन्हें राजनीति में दिशा-निर्देश दिए हैं।'

पटेल ने कहा कि यह हर किसी को याद रखनी चाहिए कि 2014 में लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के समय मोदी एनसीपी के खिलाफ किस तरह के कथन का उपयोग करते थे।

और पढ़ें: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा-भारत के साथ युद्ध कोई विकल्प नहीं